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30-04-2025 Vol 19

IPL 2025 में फिर लौटेगा स्विंग का जलवा! गेंद पर लार लगाने से हटाया बैन

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ipl ball rule : BCCI ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में गेंद पर लार लगाने की रोक हटाने का बड़ा फैसला लिया है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, यह निर्णय गुरुवार को मुंबई में आयोजित IPL कमेटी की बैठक में लिया गया, जिसमें सभी टीमों के कप्तान भी शामिल थे।

हालांकि, इस पर अभी तक बोर्ड की ओर से आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। गौरतलब है कि साल 2020 में COVID-19 महामारी के चलते क्रिकेट में खिलाड़ियों द्वारा गेंद पर लार लगाने पर रोक लगा दी गई थी। (ipl ball rule)

यह फैसला संक्रमण के खतरे को देखते हुए लिया गया था। तब से लेकर अब तक यह नियम लागू था, लेकिन अब BCCI ने इसे हटाने का निर्णय लिया है। हालांकि, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने अब तक इस नियम में कोई ढील नहीं दी है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह प्रतिबंध जारी है।

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DRS के नियमों में भी हुआ बदलाव (ipl ball rule)

इस बैठक में सिर्फ गेंद पर लार लगाने की अनुमति ही नहीं दी गई, बल्कि DRS (Decision Review System) से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बदलाव भी किए गए।

अब गेंदबाज द्वारा फेंकी गई गेंद अगर कमर से ऊपर रहती है तो उसे नो-बॉल देने का निर्णय DRS के तहत लिया जा सकेगा। इसके अलावा, ऑफ या लेग स्टंप के बाहर पिच होने वाली गेंदों को वाइड देने के फैसले के लिए भी DRS का उपयोग किया जा सकेगा। (ipl ball rule)

BCCI के इस निर्णय से IPL 2025 में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। गेंदबाजों को अब स्विंग और ग्रिप में अधिक मदद मिलेगी, क्योंकि लार गेंद को चमकाने में अहम भूमिका निभाती है।

वहीं, DRS नियमों में हुए बदलाव से बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को ज्यादा स्पष्ट फैसले मिलने की उम्मीद है। अब सभी की निगाहें BCCI के आधिकारिक बयान और IPL 2025 के दौरान इन नए नियमों के प्रभाव पर टिकी होंगी। (ipl ball rule)

गेंदबाज बॉल पर लार क्यों लगाते हैं

गेंदबाज बॉल पर लार इसलिए लगाते हैं ताकि गेंद की चमक बनी रहे और उसे स्विंग कराने में मदद मिले। खासतौर पर तेज गेंदबाज इसके जरिए हवा में गेंद की दिशा बदलने की कोशिश करते हैं, जिससे बल्लेबाजों को परेशानी हो।

आपने अक्सर बॉलर्स और फील्डर्स को गेंद को कपड़े से रगड़ते और लार लगाते हुए देखा होगा—ये सब गेंद के एक तरफ की चमक बरकरार रखने के लिए किया जाता है। (ipl ball rule)

अगर गेंद का एक हिस्सा चमकदार और दूसरा खुरदुरा हो, तो हवा के दबाव के कारण बॉल स्विंग करने लगती है। लेकिन कभी-कभी गेंदबाज इस प्रक्रिया में ज्यादा छेड़छाड़ कर देते हैं, जो बॉल टेम्परिंग के दायरे में आ जाता है।

मोहम्मद शमी जैसे कई दिग्गज गेंदबाज गेंद पर लार लगाने के नियम में बदलाव की मांग कर चुके हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान शमी ने कहा था कि मॉडर्न क्रिकेट में गेंदबाजों को पहले से ज्यादा मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं, रिवर्स स्विंग कराना कठिन हो गया है, और इसी बीच ICC ने गेंद पर लार लगाना भी बैन कर दिया है।

लार से बॉल स्विंग कैसे करती है

जब गेंदबाज गेंद पर लार लगाकर उसे चमकाते हैं, तो गेंद का एक हिस्सा चिकना और दूसरा खुरदुरा हो जाता है। यह असंतुलन ही स्विंग का राज़ होता है। जब तेज गेंदबाज गेंद को हवा में फेंकता है, तो हवा के दबाव के कारण गेंद खुरदुरी साइड की ओर मुड़ने लगती है—यही रिवर्स स्विंग कहलाता है।

क्रिकेट में कन्वेंशनल स्विंग भी होता है, जो नई गेंद के साथ संभव होता है। जब गेंद दोनों तरफ से चमकदार होती है, तो गेंदबाज अपने हाथ और कलाइयों की स्किल से इसे दोनों दिशाओं में स्विंग करा सकता है। (ipl ball rule)

जैसे-जैसे गेंद पुरानी होती जाती है, उसका एक हिस्सा ज्यादा खुरदुरा हो जाता है, जिससे रिवर्स स्विंग होना शुरू हो जाता है। यही वजह है कि गेंदबाज बॉल पर लार लगाकर उसकी शाइन को बनाए रखने की कोशिश करते हैं, ताकि गेंद ज्यादा स्विंग कर सके और बल्लेबाजों को चकमा दे सके!

ICC अब भी गेंद पर लार लगाने के पक्ष में नहीं (ipl ball rule)

भले ही BCCI ने IPL के लिए नए नियम लागू कर दिए हों, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में अब भी लार लगाने की मनाही है। कोरोना के दौरान ICC ने इस प्रैक्टिस को बैन किया था, और 2022 में इसे स्थायी नियम बना दिया। (ipl ball rule)

IPL ने भी तब इस नियम को अपनाया था। इसके अलावा, इंटरनेशनल क्रिकेट में अब भी वाइड और नो-बॉल के लिए रिव्यू लेने की अनुमति नहीं है।

तीसरी बार लार लगाने पर लगता था भारी जुर्माना

पिछले साल IPL में सख्त नियम था—अगर कोई खिलाड़ी मैच में तीन बार गेंद पर लार लगाता, तो उसे 10 लाख रुपए या 25% मैच फीस का जुर्माना भरना पड़ता। पहले दो बार फील्डिंग टीम के कप्तान को वॉर्निंग दी जाती थी, लेकिन तीसरी गलती पर मैच रेफरी सख्त कार्रवाई करते हुए जुर्माना ठोक सकता था।

ICC की ओर से अब तक इस नियम में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जिससे इंटरनेशनल क्रिकेट में गेंदबाजों को अभी भी पुरानी तकनीकों के बिना ही गेंदबाजी करनी पड़ रही है। (ipl ball rule)

Naya India

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