Covid-19

  • श्वसन तंत्र के वायरल संक्रमण से बच्चों की इम्युनिटी हुई मजबूत

    नई दिल्ली। एक शोध में यह बात सामने आई है कि बच्चों के श्वसन तंत्र (Respiratory Tract) में वायरस और बैक्टीरिया की वजह से उनका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। यही वजह है कि बच्चे कोविड-19 (COVID-19) के सबसे बुरे प्रभावों से बच सके। श्वसन तंत्र नली का वायरल संक्रमण नाक, गले और वायु नली को प्रभावित करता है और ऐसा कई अलग-अलग तरह के वायरस के कारण हो सकता है। बच्चे, वयस्कों की तुलना में सामान्य सर्दी जैसे श्वसन संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। मगर घातक कोरोनावायरस (Coronavirus) ने उन्हें कम प्रभावित किया। जहां एक तरफ वैश्विक...

  • चुनाव में भुलाया जा रहा कोरोना का समय

    क्या जनता बिल्कुल ही सोई हुई है? उसे अपना हित -अनहित कुछ नहीं मालूम? क्या उससे कहोगे कि कोरोना में मरना सीधे मोक्ष प्राप्त करना है और वह मान जाएगी? उससे कहोगे कि 2047 में आज से 23 साल बाद तुम्हें यह देंगे, वहदेंगे और वह मान जाएगी?प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो यही समझ रहे हैं। इसलिए अभी जो उन्होंने अपना घोषणा पत्र जारी किया उसमें नौकरी, महंगाई, सरकारी शिक्षा देने,सरकारी चिकित्सा की कोई बात नहीं की। केवल 2047 के सपने दिखाए हैं। लोगों को शायद ही याद हो लेकिन ध्यान रहे कोरोना के न भूले जाने वाले भयानक समय के...

  • वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के खिलाफ नयी एंटीवायरल दवाएं खोजीं

    नयी दिल्ली। वैज्ञानिकों ने असरदार एंटीवायरल दवाएं खोज निकाली हैं जिनमें भविष्य में कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण के प्रकोप को रोकने की क्षमता है। ‘नेचर पत्रिका’ में प्रकाशित एक अध्ययन रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है। रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने बताया कि कोविड-19 का कारण बनने वाला वायरस एस-सीओवी-2 कोशिकाओं में एक ऐसे मार्ग को सक्रिय कर देता है। Covid New Antiviral Drugs जो पेरोक्सीसोम्स व इंटरफेरॉन के उत्पादन को रोक देता है और ये दोनों ही तत्व सामान्य प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के दो महत्वपूर्ण घटक हैं। कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ अल्बर्टा (University of Alberta) के शोधकर्ताओं की टीम ने...

  • कोविड संक्रमण के बाद एक महीने तक कान में रहता है वायरस : शोध

    नई दिल्ली। कोविड-19 बीमारी के लिए जिम्‍मेदार वायरस एसएआरएस-सीओवी-2, एक साइलेंट रिसरवोयर के रूप में कार्य कर सकता है और संक्रमण के बाद एक महीने तक मध्य कान में मौजूद रह सकता है। एक नए शोध में यह बात सामने आई। Covid 19 Infection अमेरिकन जर्नल ऑफ ओटोलरींगोलॉजी में प्रकाशित शोध निष्‍कर्ष में कोविड-19 के वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों में ओटिटिस मीडिया विद इफ्यूजन (ओएमई) विकसित करने वाले मरीजों और कोविड वायरस के बीच एक संभावित संबंध पाया गया। ओएमई मध्य कान में फ्लूइड का एक कलेक्शन है, जो गाढ़ा या चिपचिपा हो सकता है। सर्दी, गले में खराश...

  • स्पर्म की क्वालिटी और काउंट को प्रभावित कर सकता है कोविड-19

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • कोविड के कारण डेवोन कॉनवे चौथे टी-20 से हुए बाहर

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • बंगाल में कोविड के पांच नए मामले दर्ज

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • भारत में कोविड के 628 ताजा मामले, कुल संख्या 4,000 के पार

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • तेलंगाना में एक ही परिवार के पांच सदस्य कोरोना पॉजिटिव

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • कर्नाटक में कोविड-19 के 78 नये मामले दर्ज, एक की मौत

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • कर्नाटक में कोविड-19 के 78 नये मामले दर्ज, एक की मौत

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • राजस्थान में पांच लोग कोरोना पॉजिटिव, एक की मौत

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • कोरोना के नए वैरिएंट के खतरे को देख बिहार के अस्पताल अलर्ट पर

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • तेलंगाना में सामने आए 4 नए कोविड मामले

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • बढ़ रहे कोविड मामले से स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से ‘लगातार निगरानी’ का निर्देश

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • फेफड़ों में 2 साल तक रह सकता है कोविड वायरस

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • कोरोना के बाद कम उम्र के 6 लाख लोगों को आया हार्ट अटैक

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • भारत में कोविड-19 के 22 नये मामले दर्ज

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • भारत में कोविड-19 के 18 नये मामले पाये गये

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

  • कोविड-19 के नए उपचार में बच्चों की एंटीबॉडीज कर सकती है मदद

    COVID-19 :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण शुक्राणु की गुणवत्ता और संख्‍या को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है। कोविड-19 महामारी ने पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम का उद्देश्य शुक्राणु की गुणवत्ता पर कोविड-19 संक्रमण के अल्पकालिक और अपेक्षाकृत दीर्घकालिक प्रभावों की जांच करना था। उनमें प्रजनन आवश्यकताओं वाले कुल 85 पुरुष शामिल थे, जिनका जून 2022 और जुलाई 2023 के बीच गुइलिन पीपुल्स अस्पताल में वीर्य मूल्यांकन...

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