सर्वजन पेंशन योजना
  • नई तकनीक से कैंसर रोगियों में जगी उम्मीद

    Cancer:- कैंसर पीड़ितों के लिए राहत की खबर है। मुंबई की एक कंपनी इजरायल से क्रायोब्लेशन तकनीक लेकर आई है, इससे अधिकांश प्रकार के ट्यूमर या कैंसर की बीमारी का सफल इलाज किया जा सकता है। इजराइल की 'नॉन-सर्जिकल, नेक्स्ट-जेन' तकनीक आइसक्योर मेडिकल है। इसकी प्रमुख मशीन प्रोसेंस को नोवोमेड इनकॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड मुंबई द्वारा भारत में पेश किया गया है। क्रायोब्लेशन 'प्रोसेंस' वर्तमान में भारत भर के चार अस्पतालों में स्थापित है और इलाज में आसानी और बेहतर दर्द प्रबंधन के साथ हजारों कैंसर रोगियों के साथ 'अत्यधिक उत्साहजनक' परिणाम दिए हैं। इस मशीन को टाटा मेमोरियल सेंटर हॉस्पिटल...

  • राष्ट्रीय बाल पुरस्कार नामांकन के लिए जाने शर्तें

    नई दिल्ली। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने असाधारण क्षमता वाले बच्चों को सम्मान देने के लिए प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) के लिए नामांकन आमंत्रित किये हैं। मंत्रालय ने गुरुवार को यहां बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (Prime Minister National Child Award) के लिए आवेदन या नामांकन करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है। इसके लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MINISTRY OF WOMEN & CHILD DEVELOPMENT) के पोर्टल पर नामांकन किया जा सकता है। पोर्टल पर इसके लिए विस्‍तृत दिशा-निर्देश इस पर उपलब्‍ध हैं। भारत का कोई भी बच्‍चा, जो भारतीय नागरिक है और भारत...

  • क्यों होता है पोस्ट-पार्टम डिप्रेशन?

    कईयों के लिये मां बनना एक डरावने सपने की तरह होता है। बहुतों को तो मां बनने के बाद डिप्रेशन हो जाता है जिसे कहते हैं पोस्ट पार्टम डिप्रेशन। इसकी शुरूआत हो जाती है प्रेगनेन्सी में लेकिन असर दिखाई देता है डिलीवरी के बाद। बात-बात पर झल्लाना, गुस्सा करना और पैनिक अटैक जैसे लक्षण उभरते हैं। कुछ का बच्चे से लगाव खत्म होने लगता है। अगर समय पर इलाज और सही सपोर्ट न मिले तो दिमाग में खुदकुशी के ख्याल उठने लगते हैं। कहते हैं कि मां बनना दुनिया की सबसे बड़ी खुशी होती है। लेकिन हर औरत पैदा होते...

  • बेजुबानों के लिए बन गया है ‘अपना’ फाउंडेशन

    पटना। आज जहां युवा पढ़ाई से बचे समय में इंस्टग्राम, फेसबुक और व्हॉटसऐप पर अपना समय गुजारते हैं, वहीं बिहार की राजधानी पटना के तीन युवा ऐसे भी हैं जो पढ़ाई से बचे समय को बेजुबानों के लिए आसरा देने में लगा रहे हैं। आमतौर पर सड़क पर बीमार, दिव्यांग जानवरों का कोई आसरा नहीं होता, लेकिन आज इन तीनों युवाओं का अपना फाउंडेशन ऐसे बेजुबान जानवरों के लिए 'अपना' आशियाना बन गया है। अपना फाउंडेशन (Apna Foundation) की शुरूआत करने वाली वर्षा राज विज्ञान से स्नातक कर भले ही अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही हों, लेकिन उनकी...

  • झारखंड में खामोश क्रांति से नदियों को मिल रहा नया जीवन

    रांची। झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची से बमुश्किल 30 किलोमीटर दूर खूंटी (Khunti) जिले में एक खामोश क्रांति चल रही है। यहां की छोटी-छोटी नदियों में तपती हुई गर्मी के बीच भी पानी है। सैकड़ों गांवों में जल स्रोतों में पर्याप्त पानी है। खेतों की सिंचाई, मवेशियों के चारा-पानी, नहाने-धोने के लिए पानी (water) की कमी नहीं है। खूंटी जिले के कर्रा, मुरहू से लेकर अड़की, खूंटी और तोरपा प्रखंडों में मरती हुई नदियों, प्राकृतिक नालों, जल स्रोतों को पिछले पांच सालों से चल रहे एक सामुदायिक अभियान (community campaign) ने नई जिंदगी दी है। स्थानीय ग्रामीणों, ग्राम सभाओं के...

  • गूगल ने मातृशक्ति को किया सलाम

    नई दिल्ली। इंटरनेट सर्चइंजन गूगल (google) ने विभिन्न अवसरों पर हमेशा की तरह रविवार को माताओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए अपने होमपेज पर डूडल बनाकर मातृशक्ति (matrushakti) को सलाम किया है। यूं तो मां-बच्चे के लिए हर दिन विशेष होता है, लेकिन मदर्स डे (mothers day) पर इस दिन की महत्ता और खास हो जाती है। भारत समेत दुनिया के विभिन्न देशों में मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में सेलीब्रेट किया जाता है। गूगल ने डूडल के जरिए इसी विशेष दिन को अभिव्यक्त किया है। गूगल ने आज अपने होमपेज में कुछ पशु-पक्षियों के...

  • जानलेवा है ‘स्टेरॉयड के साथ व्यायाम

    आपने अक्सर सुना होगा कि एक्सरसाइज करते हुए हार्ट अटैक आ गया। ज्यादातर मामलों में ऐसा होता है ऐनाबोलिक स्टेऱॉयड और रजिस्टेंस एक्सरसाइज के मेल से।सवाल है स्टेरॉयड है किस बला का नाम? तो आसान भाषा में यह वो जादुई दवा है जो मरते इंसान को बचा लेती है। इनका इस्तेमाल होता है अस्थमा, कैंसर, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, इरेगुलर पीरियड्स और एड्स जैसी बीमारियों के इलाज में। वास्तव में ये हमारे शरीर में पाये जाने वाले हारमोन्स ही हैं, लेकिन दवा के रूप में जब इन्हें लैब में बनाते हैं तो ये कहलाते हैं ‘स्टेरॉयड। हर अविष्कार का मकसद होता है...

  • क्यों अचानक थमती है धड़कन (कार्डियक मृत्यु)

    कार्डियक अरेस्ट के ज्यादातर मामलों की शुरूआत होती है दिल धड़कने की रिद्म खराब होने से। मेडिकल साइंस में इसे कहते हैं एरिद्मिया। दिल धड़कने की रिद्म क्यों बिगड़ती है इस पर बात करते हुऐ डॉ. धीरेन्द्र ने बताया कि ऐसा होता है धड़कन कंट्रोल करने वाली इलेक्ट्रिकल इम्पल्सेस का पैटर्न बदलने से। इस बदलाव का सीधा असर होता है हार्ट चैम्बर्स पर। हमारे दिल में चार चैम्बर होते हैं, दो नीचे और दो ऊपर। आजकल आक्समिक मौत की खबरें बहुत सुनने को मिल रही हैं। अधिकांश में  वजह होती है कार्डियक अरेस्ट यानी अचानक दिल की धड़कना का बंद...

  • गर्भावस्था में खुराक,व्यायाम से जुड़े मिथक

    एक मिथ है कि गर्भावस्था में महिला को दो लोगों का खाना खाना चाहिये। परन्तु असलियत यह है कि पहले चार-पांच महीने में तो एक्सट्रा कैलोरी की जरूरत ही नहीं होती। इसके बाद 300 से 500 एक्सट्रा कैलोरी की जरूरत होती है जो पूरी हो जायेगी 50 ग्राम बादाम, 1 ग्लास दूध, दो अंडे और दो टोस्ट से। घर की बुजुर्ग महिलाएं हमेशा इस बात पर जोर देती हैं कि मेवे के लड्डू खाओ, घी खाओ, गुड़ खाओ और वजन बढ़ाओ इससे बच्चा स्वस्थ होगा।।।लेकिन सब एक सीमा में। हमारे समाज में गर्भावस्था के दौरान खाने, व्यायाम और सेक्स को...

  • कैसे रूके बालों का झड़ना?

    अरबों डॉलर के हेयर-केयर प्रोडक्ट्स बिकते हैं, इसके बाबजूद हेयरफॉल की समस्या अपनी जगह बरकरार है। कारण जानने के लिये वैज्ञानिकों ने जब इस पर रिसर्च की तो पता चला कि 90 प्रतिशत मामलों में यह शरीर में पोषक तत्वों की कमी और 10% में किसी बीमारी, दवाओं के साइड इफेक्ट और जेनेटिक वजहों से होती है।हमारे 85% बाल रहते हैं हेयर लाइफ सायकल के एनाजेन फेज़ में। जो दो से 6 साल का होता है, इसमें ये हर महीने करीब 1 सेंटीमीटर तक बढ़ते हैं। इसके बाद आता है कैटाजेन फेज़। इसमें बालों की ग्रोथ रूक जाती है। यह...

  • कैंसर, हृदय रोग के लिए टीके दशक के अंत तक तैयार हो जाएंगे

    लंदन। विशेषज्ञों ने कहा है कि कैंसर (Cancer) सहित कई स्थितियों के लिए नए टीकों के एक महत्वपूर्ण सेट से लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है। गार्जियन (Guardian) ने बताया कि एक प्रमुख फार्मास्युटिकल फर्म (Pharmaceutical Firm) ने कहा कि उसे विश्वास है कि कैंसर, हृदय और ऑटोइम्यून बीमारियों और अन्य स्थितियों के लिए टीके 2030 तक तैयार हो जाएंगे। इन टीकाकरणों के अध्ययन भी 'जबरदस्त वादा' दिखा रहे हैं, कुछ शोधकर्ताओं ने कहा है कि 15 साल की प्रगति 12 से 18 महीनों में 'अनस्पूल' हो गई है, कोविड जैब की सफलता के लिए धन्यवाद। फार्मास्युटिकल कंपनी...

  • क्या खाने से दिमाग होगा तेज?

    दिमाग तेज होने का मतलब है दिमाग की तेज रफ्तार गतिविधियों का और तेजी से पूरा होना। और ये होगा ब्रेन में ब्लड सप्लाई बढ़ाने वाले फ्लेवेनॉयड संपन्न खान पान से।जर्नल ऑफ एग्रीकल्चरल एंड फूड केमिस्ट्री में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, जामुन यानी इंडियन ब्लैकबेरी खाने से न्यूरॉन्स की एक दूसरे से कम्युनीकेट करने की क्षमता सुधरती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सी़डेंट्स, फ्री-रेडिकल्स से लड़कर ब्रेन इन्फ्लेमेशन घटाते हैं, जिससे याददाश्त तेज, फाइन मोटर कंट्रोल यानी क्वार्डीनेशन इम्प्रूव और बढ़ती उम्र में डिमेन्शिया का रिस्क कम होता है। सभी अभिभावक चाहते हैं कि उनके बच्चे इंटेलीजेंट हों। और इस चाहत...

  • हमें कितना पानी पीना चाहिये और क्यों?

    शरीर में पानी की कमी होते ही प्यास महसूस होती है, मुंह सूखने लगता है। अगर इसे अनदेखा किया तो सिरदर्द, थकान और स्किन ड्राइ होने लगती है, चिड़चिड़ापन हावी हो जाता है। ... सेहत ठीक रहे, शरीर के अंग ठीक से चलते रहें इसके लिये रोजाना 13 कप पानी पीना चाहिये यानी करीब तीन लीटर। लेकिन ये निर्भर करता है आसपास के वातावरण और सेहत की स्थितियों पर। गर्म-ह्यूमिड वातावरण और उल्टी, दस्त, बुखार की दशाओं में इससे ज्यादा पानी की जरूरत होती है। हमें रोजाना कितना पानी पीना चाहिये, इस बारे में लोगों की अलग-अलग राय है, कोई...

  • झारखंड के इस ‘जलयोद्धा’ का अद्भुत कारनामा, अकेले दम पर खोद डाला विशाल तालाब

    रांची। झारखंड के पश्चिम सिंहभूम (West Singhbhum) के कुमरिता गांव में रहने वाले चुम्बरू तामसोय (Chumburu Tamsoy) ने अकेले दम पर 100 गुणा 100 फीट वाला 20 फीट गहरा तालाब (Pond) खोद डाला। न कभी सरकारी मदद की चाहत रखी और न किसी और से सहायता मांगी। उनके बनाए तालाब से पूरे गांव के पानी की जरूरतें पूरी होती हैं। 72 साल के चुम्बरू तामसोय ने अपनी पूरी उम्र इस तालाब की खुदाई और उसके विस्तार में खपा दी। उम्र के थपेड़ों ने उन्हें शारीरिक तौर पर कमजोर जरूर कर दिया है, लेकिन उन्होंने पानी बचाने और हरियाली फैलाने के...

  • मौसम बदलने पर उदासी, चिड़चिड़ापन क्यों?

    सर्दियों के आने और फिर जाने के बाद पतझड़ की शुरूआत में याकि मौसम बदलने पर कुछ दिन मूड उखड़ा-उखड़ा रहता है, कुछ भी अच्छा नहीं लगता। उदासी, सूनापन और निराशा महसूस होती है। ऐसा करीब हफ्ते-दो हफ्ते रहता है और पुरूषों की अपेक्षा महिलाएं ये सब ज्यादा महसूस करती हैं। कुछ को उदासी के साथ बेचैनी, चिड़चिड़ापन, एग्रेशन, अनिद्रा और ध्यान केन्द्रित न कर पाने जैसे लक्षण महसूस होते हैं। कईयों को तो भूख भी नहीं लगती। अगर व्यक्ति ज्यादा दिनों तक ऐसी मनोदशा में रहे तो निगेटिविटी हावी होने से खुद को नुकसान पहुंचाने लगता है। अक्टूबर यानी...

  • प्रि-मेनोपॉज होगा आसान बशर्ते……

    यदि अचानक वजन बढ़ा है तो खाने में चीनी, नमक और ऑयल कम करके डॉयटरी फाइबर की मात्रा बढ़ायें। इसके लिये डाइट में शामिल करें ब्राउन राइस, मल्टीग्रेन आटा, बीन्स, मटर और सूखे मेवे। इससे वजन कम होने के साथ कॉन्सटीपेशन, हार्ट-प्रॉब्लम्स और कैंसर जैसी बीमारियों का रिस्क घटेगा। मेथीदाना पाउडर भी डॉयटरी फाइबर का रिच सोर्स है। लंच से एक घंटा पहले एक चम्मच मेथीदाना पाउडर पानी के साथ फांके, इससे वजन कम होने के साथ ब्लड शुगर भी ठीक रहेगी। टेक्निकली, प्रि-मेनोपॉज वह समय है जब महिलाओं में एस्ट्रोजन नामक सेक्स हारमोन का बनना कम होने लगता है।...

  • आतिशी सिंह ने संभाली दिल्ली में शिक्षा की कमान

    नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) पिछले लगभग एक दशक से तमाम सियासी उठापटक के बावजूद दिल्ली की सत्ता के गलियारों में अपनी पकड़ बनाए हुए है। पार्टी में कुछ ऐसे नाम हैं जो बहुत शुरू से इसके साथ जुड़े हैं और इसकी मजबूती के लिए काम कर रहे हैं। इन लोगों पर किसी भी मौके पर किसी भी तरह की बड़ी जिम्मेदारी के लिए भरोसा किया जा सकता है। आतिशी सिंह (Atishi Singh) आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) का एक ऐसा ही चेहरा हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में आप ने सबसे पहले अपने जिन उम्मीदवारों के...

  • सावधान! कोरोना के बाद हार्ट अटैक की घटनाएं बढ़ी

    नई दिल्ली। भारत में पिछले कुछ सालों में दिल संबंधी बीमारी के कारण मौत की घटनाएं बड़ी संख्या में सामने आई हैं। बैठे-बैठे और राह चलते भी दिल का दौरा पड़ने से लोगों की मौत की घटनाएं सुर्खियां बनी हैं। देश के जाने माने हृदय रोग विशेषज्ञ और नोएडा के फोर्टिस अस्पताल के हृदय विज्ञान (कार्डियक साइंस) विभाग के अध्यक्ष डॉ. अजय कौल इन्हीं सब मुद्दों पर अपने विचार रख रहे हैं। सवाल: चलते-चलते, बैठे-बैठे, नृत्य करते और गाना गाते-गाते लोगों को दिल का दौरा पड़ रहा है और मौतें हो रही हैं। इन घटनाओं को आप किस प्रकार देखते...

  • एच3एन2 वायरस से घबराएं नहीं!

    नई दिल्ली। भारत में मौसमी इंफ्लूएंजा (influenza) के उप-स्वरूप एच3एन2 से दो मरीजों की मौत की पुष्टि के बीच विशेषज्ञों ने कहा है कि इस वायरस से बचाव के लिए सतर्कता बढ़ाने और एहतियाती कदम उठाने की आवश्यकता है। भारत में इस वायरस से दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, उनमें से एक मरीज कर्नाटक और दूसरा मरीज हरियाणा का था। कर्नाटक में हीरे गौड़ा (82) नाम के व्यक्ति की एच3एन2 वायरस से एक मार्च को मौत हो गई। वह मधुमेह से पीड़ित थे और उच्च रक्तचाप की भी समस्या थी। इसके अलावा हरियाणा में 56 वर्षीय एक...

  • ऐसीडिटी और कैसे होगी ठीक…..

    एसीडिटी को हल्के में न लें। इससे हार्टबर्न के अलावा अस्थमा, मतली, उल्टी, लैरिन्जाइटिस, निगलने में दर्द और सांसों में बदबू जैसे लक्षण उभरते हैं। कुछ के तो दांत खराब हो जाते हैं। अगर यह लम्बे समय तक रहे तो पेट की लाइनिंग सूजने से जलन, ब्लोटिंग और अल्सर जैसी समस्यायें हो जाती हैं। फूड पाइप में स्कार बनने से निगलने में दिक्क्त और खाना फंसने से चोकिंग का डर रहता है।इसलिये जैसे ही ऐसीडिटी महसूस हो अदरक का छोटा टुकड़ा चबाकर खायें। ऐसीडिटी हो रही है परेशान न हो, एक ग्लास ठंडा दूध पियें। अगर घर में ठंडा दूध...

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