GST

  • तीसरी बार पीएम बनते ही मोदी करेंगे ये बड़े बदलाव: प्रशांत किशोर

    राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर लगातार दावा कर रहे हैं कि मोदी तीसरी बार पीएम बनने जा रहे हैं। भाजपा इस बार 303 या उससे भी ज्यादा सीटें जीत सकती है। अब प्रशांत ने दावा किया है कि तीसरी बार पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी चार बड़े बदलाव करेंगे। प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने इंडिया टुडे को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा कि मोदी 3.0 में पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाया जा सकता है। उन्होंने कहा, मोदी सरकार (Modi government) राज्यों की वित्तीय स्वायत्तता पर अंकुश लगा सकती है। इतना ही नहीं प्रशांत ने दावा किया...

  • एक आम आदमी का जवाब नहीं दे पाईं वित्त मंत्री

    पत्रकार लोग तो आमतौर पर केंद्रीय मंत्रियों से सवाल नहीं पूछ पाते हैं लेकिन मुंबई में एक कार्यक्रम में एक आम कारोबारी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को निरूत्तर कर दिया। इसका एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें स्टॉक ब्रोकर का काम करने वाले व्यक्ति ने सरकार की ओर से लगाए जाने वाले बेहिसाब टैक्स को लेकर सवाल किया है। सवाल पूछने वाले व्यक्ति का चेहरा वीडियो में नहीं दिखाया जा रहा है। उसने कहा कि एक ब्रोकर अपनी पूंजी लगा कर, जोखिम लेकर निवेश करता है लेकिन उसे सीजीएसटी, आईजीएसटी, स्टैंप ड्यूटी सहित कई तरह के टैक्स...

  • अप्रैल में GST संग्रह में 12.4% की बढ़ोत्तरी, 2.10 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड

    भारतीय केंद्रीय वित्त मंत्रालय के द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, सकल माल और सेवा कर (GST) संग्रह अप्रैल में 12.4 प्रतिशत बढ़कर 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया हैं। यह वृद्धि मुख्य रूप से साल-दर-साल 13.4 प्रतिशत अधिक घरेलू लेनदेन के साथ-साथ अधिकारियों द्वारा उठाए गए चोरी-रोधी उपायों और ऑडिट की पृष्ठभूमि में उच्च अनुपालन से भी प्रेरित थी। लगभग सात साल पहले जुलाई 2017 में लागू हुए अप्रत्यक्ष कर सुधार के बाद से यह GST संग्रह का सबसे उच्चतम स्तर हैं और पहली बार कुल संग्रहण 2 लाख करोड़ रुपये के पार...

  • जीएसटी संग्रह का नया रिकॉर्ड

    नई दिल्ली। वस्तु व सेवा कर यानी जीएसटी के संग्रह का नया रिकॉर्ड बना है। सरकार ने अप्रैल में जीएसटी से रिकॉर्ड 2.10 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। ये अब तक का किसी भी महीने में जुटाया गया सबसे बड़ा जीएसटी संग्रह है। इससे पहले का सबसे ज्यादा 1.87 लाख करोड़ रुपए जुटाए गए थे। अप्रैल 2023 में 1.87 करोड़ रुपए के संग्रह का रिकॉर्ड बना था, जो ठीक एक साल बाद टूट गया। सालाना आधार पर कुल जीएसटी संग्रह में 12.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इससे पिछले महीने, यानी मार्च 2024 में, जीएसटी कलेक्शन 1.78 लाख करोड़ रुपए...

  • चमक के नीचे अंधेरा?

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • मार्च में जीएसटी की रिकॉर्ड वसूली

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • जीएसटी से 1.65 लाख करोड़ मिले

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • अगस्त में 1.59 लाख करोड़ जीएसटी

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • नए जीएसटी में आईटीसी का फंडा

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • तेंदू पत्ता से जीएसटी हटाने का आग्रह

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • मई में 1.57 लाख करोड़ जीएसटी मिली

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • सत्ता जनविरोधी और बुद्धीनाशी

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • जीएसटी वसूली पर बेसुध जनता का जश्न!

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन का रिकॉर्ड

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • सरकार जल्द खुदरा व्यापार नीति की घोषणा करेगी, जीएसटी पंजीकृत व्यापारियों के लिए बीमा लाएगी

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • कर चोरी पकड़ने के लिए डेटा विश्लेषण कर ‘गुम कड़ी’ का पता लगा रहे हैं जीएसटी अधिकारी

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • फरवरी में 1.49 लाख करोड़ जीएसटी

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • क्या चुनाव से पहले जीएसटी में पेट्रोल-डीज़ल?

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • केंद्र चुकाएगा बकाया जीएसटी

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • जीएसटी परिषद की बैठक में गुटखा व्यवसाय सहित कई मुद्दों पर फैसले की उम्मीद

    लग्जरी कारों, घड़ियों, जेवरात, मकान और विलासिता की अन्य वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ है। इन सभी खरीब-बिक्रियों में ऊंचे स्तर पर जीएसटी देना पड़ता है। यह रकम सरकार की तिजोरी में पहुंचती है। जीएसटी की उगाही बढ़ने का यही राज़ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की उगाही में उछाल आया। अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीएसटी के रूप में 20.18 लाख करोड़ रुपये की कुल उगाही हुई। वित्त वर्ष के आखिर महीने यानी बीते मार्च में उगाही में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मार्च में उगाही 1.65 लाख करोड़ रुपये रही।...

  • और लोड करें