Parliament session

  • पहले दिन ही संसद में हंगामा

    नई दिल्ली। सोमवार को संसद का मॉनसून सत्र शुरू हुआ। और पहले दिन ही, लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने नीट  मुद्दे पर जमकर नारेबाजी की। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बीच पेपर लीक पर तीखी बहस हुई। विपक्षी सांसदों ने सदन में तख्तियां लहराई। इस पर स्पीकर ने आपत्ति जताई तो संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में उन्होने  कहा, सांसद सदन में तख्तियां लाकर मर्यादा तोड़ रहे हैं। आप सदन में विरोध कर सकते हैं, लेकिन तख्तियों को स्वीकार नहीं किया जाएगा। सदन में तख्ती दिखाने पर कार्रवाई हो सकती है।  सत्र...

  • संसद में उपाध्यक्ष के नाम पर हंगामा होगा

    संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। इसमें दूसरे दिन सरकार बजट पेश करेगी। उसके बाद बजट पर चर्चा होनी है और सरकार को आधा दर्जन विधेयक भी पास कराने हैं। लेकिन विपक्ष की तैयारियों से लग रहा है कि वह उपाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर सरकार को घेरेगा। जहां तक नीट यूजी की परीक्षा की गड़बड़ियों का सवाल है तो वह सुप्रीम कोर्ट में है और सोमवार को ही संभव है कि सुप्रीम कोर्ट कोई फैसला सुना दे। ध्यान रहे 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में यह बड़ा मुद्दा बना था लेकिन मानसून सत्र में विपक्ष...

  • आरक्षण का मुद्दा ज्यादा नहीं चला

    उम्मीद की जा रही थी कि इस बार संसद सत्र में आरक्षण का मुद्दा जोर शोर से उठेगा। आखिर कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने आरक्षण को मुद्दा बना कर चुनाव लड़ा था। राहुल गांधी ने आरक्षण की सीमा बढ़ाने का वादा किया था। ऊपर से संसद का सत्र शुरू होने से ठीक पहले बिहार में पटना हाई कोर्ट ने आरक्षण बढ़ाने के राज्य सरकार के कानून को रद्द कर दिया था। बिहार सरकार ने जब कानून बनाया था तब कांग्रेस भी सरकार का हिस्सा थी। तभी कहा जा रहा था कि संसद में इसका मुद्दा उठेगा और बिहार में...

  • धार चूक गई है

    पुराने फॉर्मूलों से आगे निकलने की बौद्धिक क्षमता सत्ताधारी दल नहीं दिखा पाया है। जबकि आम तजुर्बे और यहां तक कि 2024 के चुनाव नतीजों से भी यह स्पष्ट है कि इन फॉर्मूलों में अब जन समर्थन के विस्तार की क्षमता नहीं रह गई है। प्रधानमंत्री ने संसद के दोनों सदनों में लंबे भाषण दिए। लेकिन नए कार्यकाल में नरेंद्र मोदी ने नया क्या कहा, यह उन भाषणों में ढूंढना मुश्किल हो सकता है। बल्कि उनके भाषण पूर्व दो कार्यकाल में राष्ट्रपतियों के 10 अभिभाषणों के उनके जवाब की पुनरावृत्ति मालूम पड़े। उन्हीं मौकों की तरह निशाने पर कांग्रेस रही,...

  • पहला सत्र तो अच्छा नहीं रहा

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • मोदी, मोदी बनाम राहुल, राहुल

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • विपक्ष के आक्रामक तेवर

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • विपक्ष का हंगामा जारी रहेगा

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • बहुत कुछ पहली बार हो रहा है

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • सरकार नहीं विपक्ष बढ़ा रहा है टकराव

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • मोदी ने वरिष्ठ नेताओं के साथ बनाई रणनीति

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • सत्र के बाद भी बना रहेगा मुद्दा

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • एक अकेला अदानी सब पर भारी!

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • प्रत्यारोप जवाब नहीं होते

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • बिना अदानी पर बोले मोदी विपक्ष पर बरसे

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • सवाल संसद की गरिमा का

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • मोदी ने विपक्ष से सार्थक चर्चा की अपील की

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

  • फिर सत्र से पहले चीन का मसला

    अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण से उद्धरण लेकर कहें तो 18वीं लोकसभा का ट्रेलर अच्छा नहीं रहा। पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष में जैसा टकराव देखने को मिला उससे तो लग रहा है कि पूरी फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरी रहने वाली है। नई लोकसभा और राज्यसभा में भी पक्ष और विपक्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं, बल्कि जानी दुश्मन के तौर पर एक दूसरे के सामने डटे थे। कांग्रेस को लग रहा था कि 10 साल तक दबे कुचले रहने के बाद उसकी ताकत बढ़ी है तो इस बढ़ी हुई ताकत का प्रदर्शन करना...

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