नई दिल्ली। मानसून ठहर गया है। दक्षिण पश्चिम मानसून महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर अटका है और 12 जून के बाद ही उसके आगे बढ़ने की संभावना है। इस बीच देश के बड़े हिस्से में भीषण गर्मी शुरू हो गई है। राजधानी दिल्ली सहित उत्तर और मध्य भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है। मौसम विभाग ने कहा कि मानसून के दक्षिणी और पूर्वोत्तर के राज्यों में ठहरने के चलते उत्तर भारत में दो दिन से तेज गर्मी पड़ रही है।
मध्य प्रदेश सहित सात उत्तरी राज्यों में रविवार को तापमान पारा 40 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया। राजस्थान के श्रीगंगानगर, बीकानेर, बाड़मेर, चूरू, फलौदी, जैसलमेर और कोटा में 40 से 46 डिग्री तक तापमान रिकॉर्ड किया गया। राजधानी दिल्ली में 10 जून तक तापमान 44 डिग्री पहुंचने का अनुमान जताया गया है। न्यूनतम तापमान भी औसत से ऊपर रहने का अनुमान है। इस बीच दिल्ली में वायु प्रदूषण भी बढ़ गया है, जिससे ग्रैप के पहले चरण की पाबंदियां लगानी पड़ी हैं।
उधर पूर्वोत्तर में बारिश थम जाने से बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति में सुधार हो रहा है। गंगटोक के पाकयोंग में सेना के जवानों ने भूस्खलन में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर के सहारे निकाल लिया। अरुणाचल प्रदेश में भी बाढ़ के हालात में सुधार हुआ। नदियों का जलस्तर घटने लगा है। हालांकि 24 जिलों में 33 हजार लोग अब भी प्रभावित हैं। कई जगह भूस्खलन के चलते वाटर पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गईं, इससे पेयजल संकट बढ़ गया है। बहरहाल, अरब सागर से तेजी से आगे बढ़ा मानसून 29 मई तक मुंबई, पुरी, बांग्लादेश होते हुए सिक्किम तक पहुंच गया था। लेकिन इसके बाद से यह 10 दिन से वहीं अटका हुआ है।