वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जैसे को तैसा टैरिफ के मामले में अपने स्टैंड से पीछे हट रहे हैं। उन्होंने संकेत दिया है कि वे चीन पर लगाए गए टैरिफ को कम कर सकते हैं। उन्होंने माना है कि मौजूदा शुल्क की दरें इतनी ज्यादा हैं कि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं ने एक दूसरे के साथ व्यापार करना ही बंद कर दिया है। ट्रंप ने एनबीसी के एक शो में कहा कि वे किसी भी समय चीन पर टैक्स घटा देंगा, क्योंकि अगर ऐसा नहीं किया गया तो उनके साथ व्यापार करना मुमकिन नहीं होगा और वे व्यापार करना चाहते हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप ने इशारा किया कि चीन की अर्थव्यवस्था इस वक्त मुश्किल में है। वहां फैक्टरियों में कामकाज 2023 के बाद से सबसे बुरी हालत में है। निर्यात के ऑर्डर भी काफी गिर गए हैं। गौरतलब है कि अपनी अमेरिका फर्स्ट नीति के तहत ट्रंप ने अमेरिका में सामान बेचने वाले सभी देशों पर जैसे को तैसा टैरिफ लगाया था, लेकिन चीन पर टैरिफ बढ़ाते बढ़ाते 20 अप्रैल को 145 फीसदी तक कर दिया था। बदले में चीन ने भी अमेरिकी सामान पर 125 फीसदी तक का टैरिफ लगा दिया था।
रविवार को प्रसारित एनबीसी के इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि चीन पर टैरिफ का असर पड़ा है, फैक्टरियां बंद हो रही हैं और बेरोजगारी काफी बढ़ गई है। हालांकि उन्होंने साफ कहा कि बातचीत शुरू करने के लिए वो पहल नहीं करेंगे। ट्रंप ने यह भी कहा कि बीजिंग की तरफ से हाल में कुछ अच्छे संकेत मिले हैं, लेकिन उन्होंने दोहराया कि अमेरिका और चीन के बीच कोई भी डील तभी होगी जब वो बराबरी की होगी। इस बीच चीन ने पिछले हफ्ते पहली बार संकेत दिए कि वो अमेरिका के साथ बातचीत के लिए तैयार है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका की ट्रेड बातचीत की पेशकश पर चीन विचार कर रहा है, लेकिन बातचीत तभी शुरू होगी जब ट्रंप एकतरफा तौर पर लगाए गए टैरिफ को खत्म करेंगे।