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फटाफट सफलता के भ्रामक प्रलोभन में न फंसे

यूट्यूब, इंस्टाग्राम, और अन्य सोशल मीडिया मंचों पर ज्योतिष से संबंधित वीडियो की बाढ़ सी आ गई है। इनमें से कई वीडियो दावा करते हैं कि वे ‘त्वरित सफलता’ के मंत्र, उपाय या टोटके प्रदान करते हैं, जो कुछ ही दिनों में जीवन की समस्याओं को हल कर सकते हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या ये वीडियो वास्तव में लोगों की मदद कर रहे हैं या यह केवल अज्ञानी और अनुभवहीन ‘ज्योतिषियों’ द्वारा लोकप्रियता और दर्शकों की संख्या बढ़ाने का एक हथकंडा है?

दूसरी ओर, पारंपरिक और अनुभवी ज्योतिषी जो जन्म कुंडली के गहन विश्लेषण के बाद ही उपाय सुझाते हैं, उनकी विश्वसनीयता और प्रामाणिकता की तुलना में ये तथाकथित ‘त्वरित उपाय’ कितने प्रभावी हैं?

सोशल मीडिया पर उपलब्ध ज्योतिषीय वीडियो में अक्सर आकर्षक शीर्षक देखने को मिलते हैं, जैसे ‘तीन दिन में धन प्राप्ति का चमत्कारी उपाय’ या ‘इस मंत्र से बदल जाएगी आपकी किस्मत।’ ये वीडियो आमतौर पर छोटे, तेज़ी से संपादित और मनोरंजक होते हैं, जो दर्शकों का ध्यान तुरंत खींचते हैं। इनमें बताए गए उपाय सरल और त्वरित लगते हैं, जैसे किसी विशेष रंग का धागा बांधना, कोई मंत्र जपना, या किसी वस्तु को घर में रखना।

वृंदावन में कई वर्षों से ज्योतिष विद्या कर रहे सुप्रसिद्ध आचार्य राजेश पाण्डे के अनुसार, “इन उपायों का कोई वैदिक या ज्योतिषीय आधार नहीं होता। ज्योतिष एक जटिल विद्या है, जिसमें ग्रहों, नक्षत्रों और कुंडली के बारह भावों का गहन अध्ययन शामिल होता है। बिना किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली का विश्लेषण किए, सामान्य उपाय देना न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि यह लोगों को गलत दिशा में ले जा सकता है।”

आचार्य पाण्डे कहते हैं कि, “ऐसे वीडियो का उद्देश्य अक्सर दर्शकों की भावनाओं को भुनाना होता है। कम समय में ज्योतिष विद्या कभी भी नहीं सीखी जा सकती।” दिल्ली में कई वर्षों से ज्योतिष विद्या का कार्य कर रहे एक अन्य ज्योतिषाचार्य का विचार है कि, “आज के समय में, जहां लोग तनाव, आर्थिक समस्याओं और अनिश्चितता से जूझ रहे हैं, वे त्वरित समाधान की तलाश में होते हैं।

इन वीडियो में दिए गए उपाय आशा की किरण की तरह प्रतीत होते हैं, लेकिन वास्तव में ये केवल सतही और अस्थायी प्रभाव डालते हैं। कई बार, ये उपाय न केवल अप्रभावी साबित होते हैं, बल्कि लोगों का समय, धन और विश्वास भी बर्बाद करते हैं।”

विशेषज्ञों के अनुसार, प्रामाणिक और अनुभवी ज्योतिषी किसी भी उपाय को सुझाने से पहले व्यक्ति की जन्म कुंडली का गहन अध्ययन करते हैं। ज्योतिष शास्त्र में, प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली अलग होती है, जो उनके जन्म के समय ग्रहों की स्थिति पर आधारित होती है। कुंडली में ग्रहों के गोचर, दशा, अंतर्दशा और विभिन्न योगों का विश्लेषण करके ही यह तय किया जाता है कि व्यक्ति को किस प्रकार के उपाय की आवश्यकता है।

उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती चल रही है, तो ज्योतिषी विशिष्ट मंत्र, दान, या पूजा की सलाह दे सकते हैं, जो उस व्यक्ति की स्थिति के लिए उपयुक्त हो। यह प्रक्रिया समय लेने वाली और जटिल होती है, लेकिन यह अधिक विश्वसनीय और प्रभावी होती है।

प्रामाणिक ज्योतिषी यह भी समझते हैं कि ज्योतिष केवल भविष्यवाणी या उपाय देने तक सीमित नहीं है। यह एक मार्गदर्शन प्रणाली है, जो व्यक्ति को उनकी ताकत, कमजोरियों और जीवन की संभावनाओं को समझने में मदद करती है। इसके विपरीत, तथाकथित ‘त्वरित सफलता’ वीडियो सामान्यीकृत समाधान प्रदान करते हैं, जो हर व्यक्ति पर लागू नहीं हो सकते। उदाहरण के लिए, एक ही उपाय जो एक व्यक्ति के लिए लाभकारी हो सकता है, वह दूसरे के लिए हानिकारक भी हो सकता है, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली अलग होती है।

यह विचारणीय है कि क्या ये त्वरित सफलता के मंत्र देने वाले वीडियो केवल लोकप्रियता और दर्शक संख्या बढ़ाने का एक हथकंडा हैं। सोशल मीडिया पर व्यूज, लाइक्स और सब्सक्राइबर्स की संख्या सीधे तौर पर आय से जुड़ी होती है। इसलिए, कई अनुभवहीन या स्वयंभू ज्योतिषी आकर्षक और सनसनीखेज सामग्री बनाकर दर्शकों को लुभाने की कोशिश करते हैं। वे जटिल ज्योतिषीय सिद्धांतों को सरल और त्वरित समाधानों में बदल देते हैं, जो वास्तव में ज्योतिष शास्त्र की गहराई को कमजोर करते हैं।

आचार्य पाण्डे के अनुसार, “कुछ लोग केवल सतही जानकारी के आधार पर वीडियो बनाते हैं, जो किताबों, इंटरनेट, या अन्य स्रोतों से ली गई होती है। इनमें से कई स्वयंभू ज्योतिषियों के पास न तो औपचारिक प्रशिक्षण होता है और न ही गहन अनुभव। फिर भी, वे अपने आत्मविश्वास, आकर्षक प्रस्तुति और मार्केटिंग रणनीतियों के दम पर लाखों दर्शकों तक पहुंच जाते हैं। यह न केवल ज्योतिष की विश्वसनीयता को कम करता है, बल्कि उन लोगों को भी निराश करता है, जो इन उपायों पर भरोसा करते हैं।”

ज्योतिष एक प्राचीन और सम्मानित विद्या है, जिसका उपयोग सदियों से लोगों के मार्गदर्शन के लिए किया जाता रहा है। लेकिन इस तरह के भ्रामक वीडियो इसकी साख को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जब लोग इन तथाकथित उपायों को आजमाते हैं और उन्हें कोई लाभ नहीं मिलता, तो वे न केवल उन वीडियो पर विश्वास खो देते हैं, बल्कि पूरे ज्योतिष शास्त्र पर ही सवाल उठाने लगते हैं। यह उन अनुभवी ज्योतिषियों के लिए भी चुनौती बनता है, जो वर्षों के अध्ययन और अभ्यास के बाद लोगों की मदद करते हैं।

अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि त्वरित सफलता के मंत्र देने वाले ज्योतिषीय वीडियो अधिकांशतः भ्रामक और लोकप्रियता के लिए बनाए जाते हैं। ये वीडियो लोगों की भावनाओं और आशाओं का शोषण करते हैं, वो भी बिना किसी ठोस आधार के। दूसरी ओर, प्रामाणिक ज्योतिषी, जो कुंडली के गहन विश्लेषण के बाद उपाय सुझाते हैं, अधिक विश्वसनीय और प्रभावी होते हैं।

इसलिए, लोगों को चाहिए कि वे ऐसे वीडियो पर आंख मूंदकर भरोसा करने के बजाय, किसी अनुभवी और विश्वसनीय ज्योतिषी से संपर्क करें। ज्योतिष एक विज्ञान और कला का मिश्रण है, जो तभी प्रभावी होता है जब इसे गंभीरता और जिम्मेदारी से अपनाया जाए। त्वरित सफलता का लालच छोड़कर, हमें धैर्य और समझदारी के साथ सही मार्गदर्शन की तलाश करनी चाहिए। तभी हम ज्योतिष के वास्तविक लाभों को प्राप्त कर सकते हैं और इस प्राचीन विद्या की गरिमा को बनाए रख सकते हैं।

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By रजनीश कपूर

दिल्ली स्थित कालचक्र समाचार ब्यूरो के प्रबंधकीय संपादक। नयाइंडिया में नियमित कन्ट्रिब्यटर।

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