nayaindia Lok Sabha Election 2024 भाजपा के लिए लगते हैं आसान... पर है नही...

भाजपा के लिए लगते हैं आसान… पर है नही…

लोकसभा चुनाव
Lok Sabha Elections 2024

भोपाल। अप्रेल- मई में लोकसभा के चुनाव होने जा रहे हैं। देश के भाग्य का फैसला होने वाला है। भाजपा ने अबकी बार 400 पार का लक्ष्य तय किया है। भाजपा इस बार की संभावित भारी बहुमत की सरकार में प्रखर राष्ट्रवादी बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। इसमें संविधान में किए बदलाव को पुनः मूल रूप में लाने और एक देश एक कानून और एक टेक्स जैसे परिवर्तन लाने की योजना को लागू किया जा सकता है। Lok Sabha Election 2024

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राम मंदिर निर्माण, धारा 370 को हटाने और सीएए -एनआरसी जैसे कानून के मुद्दे पर मोदी की लीडरशिप में मजबूत हुई भाजपा चुनाव आसान भले ही दिख और लग रहे हों पर सच मे आसान नही है। विपक्ष भले ही लुंजपुंज दिख रहा हो मगर ऐसा है नही। दिखना और होने में फर्क है। दरअसल भारत के चुनाव और यहां नरेंद्र मोदी वाली भाजपा सरकार को लेकर अमेरिका, चीन, कनाडा,पाकिस्तान से लेकर नाटो संगठन की भारी दिलचस्पी है। पीएम मोदी तीसरी महाशक्ति बनने के लिए अग्रेसिव भारत के रास्ते पर चल रहा है और यह चीन, अमेरिका,कनाडा समेत अधिकांश इस्लामिक मुल्कों को भी पसंद नही होगा। ये चुनाव अगले 50-100 साल के भारत का फैसला करेंगे। Lok Sabha Election 2024

वैश्विक हालात जैसे भी हों भारत की भूमिका दिन ब दिन महत्वपूर्ण होने वाली है। रूस -यूक्रेन और हमास – इजरायल युद्ध के चलते दुनिया में संकट बढ़ने वाले हैं। शाहीन बाग से लेकर किसान आंदोलन में अमेरिका-कनाडा के दखल और दिलचस्पी ने भारतीय खासतौर से भाजपाई रणनीति कारों की नींद उड़ा दी है। ऐसे में मई में देश को मिलने वाली सरकार इतनी ताकतवर होगी कि वह देश के भीतर और बाहर षड्यंत्रों का मुकाबला कर सके।

भाजपा ने विवादितों की टिकट नहीं काटी

ऐसे माहौल में यह भले ही लगे कि विपक्ष खासकर कांग्रेस ने वॉकओवर दे रखा है। लेकिन ऐसा है नही। ऐसी धारणा जरूर बनाई जा रही है कि कांग्रेस और उसके युवराज राहुल गांधी का 2024 के चुनाव में केवल वजूद बचाने के लिए भारत न्याय जैसी यात्रा निकल कर 2029 के लोकसभा चुनाव की जमीन तैयार करने में लगे हैं। मगर सब जानते है लोकतंत्र के इस महाभारत में सब एक दूसरे को रणनीतिक रूप से सरप्राइज करेंगे।

जो जितना सरप्राइज करेगा उतने ही उसके प्रदर्शन के आसार अच्छे बनेंगे। अभी तो भाजपा केम्प फीलगुड में नजर आ रहा है। पूरी पार्टी मोदी है तो मुमकिन है के नारे से आगे मोदी है तो गारंटी है जैसे आत्ममुग्धता के रास्ते पर दौड़ रही है। लेकिन देश के साथ दुनिया की भारत विरोधी ताकतें नही चाहती कि देश में मजबूत इरादे और उस अमल करने वाली सरकार बने। इसलिए चुनाव के दरम्यान कोई चकित करने वाले बड़े खेल भी हो सकते हैं। Lok Sabha Election 2024

शिव को प्रदेश की राजनीति से दूर करने के संकेत…

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विदिशा से फिर लोकसभा चुनाव लड़ने के फैसले से साफ हो गया है की पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व उन्हें सूबे की सियासत से दूर रखना चाहता है। लेकिन इसके साथ यह समझा जा रहा है कि भाजपा और संघ परिवार के बड़े नेता शिवराज सिंह को चुनाव बाद सत्ता-संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी देंगे। इसमे छह महीने से साल भर तक वक्त भी लग सकता है। Lok Sabha Election 2024

पुरानी भाजपा के आखिरी नेता हर्षवर्धन भी गए

तुरत फुरत में माना जाए तो केंद्र में मंत्री और फिर उसके बाद संगठन का बड़ा दायित्व दिया जा सकता है। चुनाव बाद अध्यक्ष जेपी नड्डा को संगठन से सरकार में लाने के संकेत हैं। ऐसे में शिवराज सिंह व श्री नड्डा के दायित्व में अदला बदली भी संभव है। लेकिन ये सब अनुमान और अटकलों के हिस्से है। सियासत में जो हो जाए बस वही सत्य समझा जाए। अभी तो सब भविष्य के गर्भ में हैं। लेकिन इतना निश्चित है कि ये चुनाव नही आसान बस इतना समझ लीजे… Lok Sabha Election 2024

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