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छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा हो गई है। तीन नवंबर को मतदान होगा और छह नवंबर को नतीजे आएंगे।
चुनाव आयोग ने सोमवार को छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है। आयोग ने सोमवार को बताया कि तीन नवंबर को चुनाव होंगे और छह नवंबर को नतीजे आएंगे।
सबकी नजर दिल्ली और झारखंड की दो विधानसभा सीटों पर है क्योंकि इन दो चुनावों से दोनों राज्यों की राजनीति की दिशा तय होगी।
कांग्रेस पार्टी आमतौर पर चुनावी हार के बाद गंभीर चिंतन करने और विचार करके कमजोरियों को दूर करने का काम नहीं करती है।
आज देश के 14 राज्यों में 3 लोकसभा सीटों और 30 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। देश के पांच राज्यों में अगले साल होने जा रहे विधान सभा चुनावों को देखते हुए इन उपचुनावों का महत्व …
प्रदेश में होने जा रहे चार उपचुनाव सत्तारूढ़ दल भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
कांग्रेस में संगठन चुनाव का ऐलान सदस्यता अभियान के साथ पीसीसी डेलीगेट के बाद अगले साल तक कांग्रेस को नया निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा..
दमोह उपचुनाव में भाजपा की करारी शिकस्त, बात पुरानी है लेकिन उसकी चर्चा के बिना मध्य्प्रदेश के उप चुनाव का रण समझ में शायद कम आए।
प्रियंका गांधी ने लखीमपुर से लेकर लखनऊ और अब वाराणसी से कांग्रेस का झंडा बुलंद कर जो कमिटमेंट उत्तर प्रदेश से किया.. आखिर कांग्रेस की इस नई लाइन को मध्यप्रदेश में कौन समझेगा और उसे आगे बढ़ाएगा
प्रदेश में होने जा रहे एक लोकसभा और तीन विधानसभा के उपचुनाव में अलग-अलग जगह विभिन्न प्रकार की परिस्थितियां हैं। कहीं माहौल है तो कहीं मैनेजमेंट है और शुरुआत से ही मुकाबला प्रतिष्ठा का बन गया है।
मशहूर शायर दुष्यंत कुमार का ग़ज़ल संग्रह ‘साए में धूप’ शेरो शायरी के शौकीनों के बीच बहुत पसन्द किया जाता है। इसमें समाज और सियासत के साथ हुक्मरानों पर काफी कुछ लिखा गया है।
लोकसभा की तीन सीटों का उपचुनाव भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है तो कांग्रेस के लिए एक बड़ा अवसर है। भाजपा के सामने अपनी दो सीटें बचाने की चुनौती है
प्रदेश में होने जा रहे एक लोकसभा और तीन विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए राजनीतिक दलों को चुनाव से ज्यादा प्रत्याशी चयन की चुनौती है यहां तक की दो दावेदार पर निगाह रखी जा रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उम्रदराज हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को बुज़ुर्ग, बीमार और थका हुआ बताया तो जवाब में वे कहते हैं शिवराज सिंह चौहान चाहे तो मेरे साथ रेस लगा के देख लें।
जिस तरह किसी भी परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट ऑफ पैटर्न आ जाने पर परीक्षार्थी परेशान हो जाते हैं ऐसा ही कुछ दौर इस समय राजनीति में आया है।