hindenburg report

  • ब्रह्म-वाक्य का प्रश्न नहीं

    निश्चित रूप से मीडिया जो कहता है या जो भंडाफोड़ करता है, वो ब्रह्म-वाक्य नहीं होते, जिन्हें हर हाल में स्वीकार कर लिया जाए। लेकिन उससे जो संदेह पैदा होता है, उससे संबंधित प्रकरण की निष्पक्ष और प्रभावी जांच के सूत्र अवश्य मिलते हैँ। अडानी समूह से संबंधित हिंडनबर्ग और मीडियाकर्मियों के समूह ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी) की रिपोर्टों के बारे में प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि ये रिपोर्टें ब्रह्म-वाक्य नहीं हैं। ना ही किसी विदेशी वित्तीय अखबार में छपी रिपोर्ट ऐसा सच है, जिसे भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) को अनिवार्य रूप से...

  • सदन में आरोप लगाने से नहीं रोक सकते!

    नई दिल्ली। पिछले दिनों हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) के संदर्भ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी Rahul Gandhi और मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने संसद (Parliament) में अपने भाषण में अडानी समूह (Adani Group) का उल्लेख करते हुए सरकार एवं प्रधानमंत्री को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास किया। संसद के दोनों सदनों में उनके भाषण के कई अंशों को कार्यवाही से हटा दिया गया। ऐसे में सांसदों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और उनके विशेषाधिकारों (Privileges) के हनन के मुद्दे पर चर्चा शुरू हो गई है। इस बारे में लोकसभा के पूर्व महासचिव पीडीटी आचारी का मानना है कि ऐसा कोई...

  • सन् 1723 में जगत सेठ और 2023 में इंडिया इज अदानी!

    दोनों दुनिया के खरबपति। दोनों स्थानकवासी जैन! दोनों के धंधे का मूल जौहरी (जगत सेठ रत्नों के और अदानी का डायमंड्स से शुरू धंधा)। दोनों नजरानों से दिल्ली हुकूमत के कृपापात्र। (जगत सेठ दरबार में रत्न भेट कर, हुंडी-बैंकिंग, हवाला लेन देन से कृपापात्र हुए तो अदानी को कांग्रेस राज की मेहरबानी से मिला था पहला पोर्ट) दोनों का वैभव अपने-अपने प्रदेश के सूबेदारों से (बंगाल के सूबेदार महमूद शाह और गुजरात में नरेंद्र मोदी) बनना शुरू हुआ। दोनों से भारत में नई सत्ता का अभ्युदय। जगत सेठ से जहां लार्ड क्लाइव इज इंडिया वही अदानी से मोदी इज इंडिया।...

  • अडानी विवादः कमल पर कीचड़

    अडानी समूह के तथाकथित भांडाफोड़ पर हमारी संसद का पूरा पिछला हफ्ता खप गया लेकिन अभी तक देश के लोगों को सारे घपले के बारे में कुछ भी ठोस जानकारी नहीं मिली है। हालांकि अडानी समूह ने सैकड़ों पृष्ठों का खंडन जारी करके दावा किया है कि उसने कोई गलत काम नहीं किया है। उसका सारा हिसाब-किताब एकदम साफ-सुथरा है। भारत के रिजर्व बैंक ने भी नाम लिये बिना अपने सारे लेन-देन को प्रामाणिक बताया है लेकिन आश्चर्य है कि भारत सरकार से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के...

  • कुछ तो है जिस की पर्दा-दारी है !

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

  • हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

  • अदानी को बचाना मजबूरी है!

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

  • बात अडानी तक नहीं

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

  • मोदी-शाह समझें, अदानी से छुड़ाएं पिंड, अब और न पालें!

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

  • वित्त मंत्री और सचिव ने दी सफाई

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

  • मोदी के सपने तार-तार

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

  • अदानी को बचाने कौन आया?

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

  • अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से ज्यादा दिक्कत

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  • पूंजी में ठगी के बाद कमाई के लिए लूट होगी

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

  • बुलबुले हैं, तो फूटेंगे ही!

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  • अदानी को बचाने या तो आज सरकार उढेलेगी पैसा या…..

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

  • अदानी ने गंवाए 4.20 लाख करोड़!

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  • यदि अदानी सच्चे हैं तो अमेरिकी कोर्ट में हिंडनबर्ग पर मुकदमा करें!

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  • चमका रहेगा चांदी का अदानी जूता!

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

  • क्या जवाब देंगे अदानी?

    हिंडनबर्ग ने ऐसा ही खुलासा 16 अन्य कंपनियों का भी किया है। वे कंपनियाँ अमरीका, चीन व जापान जैसे देशों की कंपनियाँ हैं। विपक्षी नेताओं का ये सवाल है कि अगर अडानी समूह पर आई इस रिपोर्ट को भारत सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था पर हमला मानती है तो फिर वे इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं? एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच क्यों नहीं की जा रही? देश के नामी उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों को लेकर शेयर मार्केट, संसद और टीवी चर्चाओं में मची अफ़रा-तफ़री ने मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर की पंक्ति की याद दिलाई।...

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