अभी तक मुखिया पति, सरपंच पति सुनने को मिल रहा था। कहीं कहीं विधायक पति और सांसद पति भी देखे जा रहा था। स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण लागू होने के बाद अचानक महिला प्रतिनिधियों की संख्या बढ़ी, जिनमें से ज्यादातर घरेलू महिलाएं थीं, जिनके पति नेता था। तो प्रतिनिधि चुने जाने के बाद महिलाओं की जगह उनके पति ही प्रधान बन कर काम करते थे।
पिछले दिनों छत्तीसगढ़ से तो यह खबर आई थी कि महिला प्रतिनिधियों की जगह उनके पतियों ने ही पद और गोपनीयता की शपथ ले ली। अब यह मुखिया और सरपंच से बढ़ कर मामला सीधे मुख्यमंत्री के पति का हो गया है।
दिल्ली की मुख्य विपक्षी आम आदमी पार्टी ने एक फोटो जारी की है, जिसमें दिल्ली नगर निगम, दिल्ली जल बोर्ड और कुछ अन्य विभागों के अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पति मुकेश गुप्ता बैठे हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री के पति सरकार चला रहे हैं। इस आरोप से ज्यादा आश्चर्यजनक बात भाजपा की प्रतिक्रिया है।
Also Read: मेहुल चोकसी बेल्जियम में गिरफ्तार, भारतीय एजेंसियों ने किया था अनुरोध
भाजपा ने इसका खंडन करने या कोई सफाई देने की बजाय कहा कि जब अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री रहते जेल गए थे तब उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने मुख्यमंत्री कार्यालय में बैठ कर वीडियो जारी किया था और मीडिया से बात की थी। भाजपा ने उसकी फोटो भी जारी की है। इसका मतलब है कि चूंकि आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री की पत्नी सरकारी कार्यालय में बैठी थीं इसलिए भाजपा के मुख्यमंत्री के पति भी सरकारी अधिकारियों की बैठक ले सकते हैं।
भाजपा पिछले काफी समय से ऐसा कर रही है। वह जिन गलतियों के लिए दूसरी पार्टियों को कठघरे में खड़ा करती थी, अपनी उन्हीं गलतियों को न्यायसंगत ठहरा रही है।
Pic Credit: ANI