अगले साल राज्यसभा चुनाव में कई मंत्री रिटायर हो रहे हैं। हालांकि इन सभी मंत्रियों को फिर से मौका मिल सकता है। बिहार से जनता दल यू के कोटे से रामनाथ ठाकुर केंद्र में मंत्री हैं। उनका राज्यसभा का कार्यकार नौ अप्रैल को खत्म हो रहा है। उनके मंत्री बनने रहने की पूरी संभावना है। वे अति पिछड़े समाज से आते हैं और बिहार के बड़े समाजवादी नेता रहे कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं। गौरतलब है कि पिछले ही साल केंद्र सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किया। इस साल बिहार चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके गांव कर्पूरी ग्राम भी गए थे। बिहार में अति पिछड़ा वोट के महत्व को देखते हुए उनको फिर से राज्यसभा भेजे जाने की पूरी संभावना है।
उनके अलावा चार मंत्री और हैं, जिनका राज्यसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इनमें से एक रामदास अठावले हैं। वे आरपीआई के नेता हैं। उनकी पार्टी का एक भी विधायक नहीं है। लेकिन महाराष्ट्र की राजनीति को देखते हुए भाजपा उनको राज्यसभा में लाती है। यह देखना होगा कि इस बार भाजपा उनको मौका देती है या नहीं। बाकी तीन मंत्रियों का फिर से राज्यसभा लौटना लगभग पक्का है। इनमें महाराष्ट्र के भागवत कराड भी हैं। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजा गया है, जबकि लोकसभा चुनाव हारे रवनीत सिंह बिट्टू को राजस्थान से लोकसभा भेजा गया। ये दोनों फिर से राज्यसभा भेजा जाएंगे। बिट्टू को पंजाब की राजनीति के लिहाज से अहम माना जा रहा है।


