education

  • प्राकृतिक खेती और शिक्षा को बढ़ावा: सीतारमण

    कृषि क्षेत्र के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान नई दिल्ली | वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को बजट 2024-25 पेश करते हुए कहा कि देश में प्राकृतिक खेती को बढ़ाया जाएगा और दो साल में एक करोड़ किसानों को इसमें शामिल कर उन्हें प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके साथ ही खेती को बढावा देने के लिए 10 हजार बायो इनपुट सेंटर बनाए जाएंगे। सीतारमण नेे कहा कि देश की अर्थव्यवस्था ‘शाईनिंग’ है और इसे निरंतर बनाए रखने के लिए बजट में विशेष प्रावधान किये गये हैं इसलिए कृषि तथा इससे संबद्ध क्षेत्र के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपए...

  • भारत में शिक्षा और परीक्षा की समस्याएं

    दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ने कहा है कि देश के इस सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में अकादमिक सत्र दो हफ्ते आगे बढ़ गया है क्योंकि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए होने वाली अखिल भारतीय परीक्षा यानी सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट, सीयूईटी के नतीजे नहीं आएं हैं। पहले से तय कैलेंडर के मुताबिक 30 जून तक नतीजे आ जाने थे। लेकिन सीयूईटी की परीक्षा का आयोजन करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए ने 30 जून तक आंसर की भी जारी नहीं किए। आंसर की जारी होने के बाद कम से कम 10 दिन का समय लगता है अंतिम नतीजे...

  • राजस्थान में जनजाति बालक-बालिकाओं की शिक्षा प्राथमिक मुद्दा

    राजस्थान में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग (टीएडी) ने जनजाति समाज के बालक-बालिकाओं के लिए शिक्षा और उनके शैक्षणिक उत्थान को प्राथमिक मुद्दा बनाया हैं। साथ ही इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए वर्तमान में विभाग की विभिन्न योजनाएं संचालित हैं। और जो समाज के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शैक्षणिक उत्थान में मील का पत्थर साबित हो रही हैं। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इन योजनाओं में मुख्य रूप से जनजाति समुदाय के बालक-बालिकाओं को मौलिक शिक्षा के साथ-साथ समाज में समाहित और समर्थ नागरिक बनाने हेतु निःशुल्क आवासीय विद्यालयों एवं छात्रावासों की योजनाएं संचालित की जा रही है। उदयपुर...

  • विदेश में पढ़ने जा रहे हैं तो रहें सावधान

    सीधे-सादे छत्रों को ठगने में एजेंट पीछे नहीं रहते। इतना ही नहीं अब तो कई ऐसे एजेंट हैं जिनके कनाडा में कॉलेज भी हैं और वो छात्रों को बड़ी आसानी से दाख़िला भी दे देते हैं। ...इसलिए यदि आप या आपका कोई जानकार विदेश में पढ़ाई करने के बारे में सोच रहा है तो उसे पूरी छान-बीन के बाद ही ऐसा कदम उठाना चाहिए। हमारे देश से उच्च शिक्षा पाने के लिए विदेश जाना कोई नई बात नहीं है। विदेश से पढ़ाई करने वाले भारतीयों की संख्या काफ़ी है। जैसे-जैसे समय बदला दुनिया के कई देशों में नामी नए शैक्षणिक...

  • सबको शिक्षा से ही समानता संभव

    वैदिक मत के अनुसार मनुष्य एक मनुष्य होने के नाते समान अधिकार और कर्तव्य का उत्तरदायी है। वेद मनुष्यों को पारस्परिक व्यवहार और सम्बन्ध समानता के आधार पर स्थापित करने का उपदेश देता है। वैदिक मत में सभी मनुष्यों को शिक्षा का अधिकार दिया गया है तथा समानता से कर्तव्य पालन करने की भी प्रेरणा की गई है। आचार्य शिष्य को अपने समान बनाने की इच्छा रखता है, पति-पत्नी परस्पर एक दूसरे को समान मानने की प्रतिज्ञा करते हैं। दैनन्दिन जीवन में मनुष्य का पाला जड़ और चेतन दोनों ही वस्तुओं से पड़ता है। जड़ वस्तुओं से व्यवहार करते समय...

  • अमेरिका में दाखिले में आरक्षण खत्म

    वैदिक मत के अनुसार मनुष्य एक मनुष्य होने के नाते समान अधिकार और कर्तव्य का उत्तरदायी है। वेद मनुष्यों को पारस्परिक व्यवहार और सम्बन्ध समानता के आधार पर स्थापित करने का उपदेश देता है। वैदिक मत में सभी मनुष्यों को शिक्षा का अधिकार दिया गया है तथा समानता से कर्तव्य पालन करने की भी प्रेरणा की गई है। आचार्य शिष्य को अपने समान बनाने की इच्छा रखता है, पति-पत्नी परस्पर एक दूसरे को समान मानने की प्रतिज्ञा करते हैं। दैनन्दिन जीवन में मनुष्य का पाला जड़ और चेतन दोनों ही वस्तुओं से पड़ता है। जड़ वस्तुओं से व्यवहार करते समय...

  • राजस्थानः अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए 5 नवीन छात्रावासों की मंजूरी

    वैदिक मत के अनुसार मनुष्य एक मनुष्य होने के नाते समान अधिकार और कर्तव्य का उत्तरदायी है। वेद मनुष्यों को पारस्परिक व्यवहार और सम्बन्ध समानता के आधार पर स्थापित करने का उपदेश देता है। वैदिक मत में सभी मनुष्यों को शिक्षा का अधिकार दिया गया है तथा समानता से कर्तव्य पालन करने की भी प्रेरणा की गई है। आचार्य शिष्य को अपने समान बनाने की इच्छा रखता है, पति-पत्नी परस्पर एक दूसरे को समान मानने की प्रतिज्ञा करते हैं। दैनन्दिन जीवन में मनुष्य का पाला जड़ और चेतन दोनों ही वस्तुओं से पड़ता है। जड़ वस्तुओं से व्यवहार करते समय...

  • मुगलों का इतिहास नहीं पढ़ाया जाएगा!

    वैदिक मत के अनुसार मनुष्य एक मनुष्य होने के नाते समान अधिकार और कर्तव्य का उत्तरदायी है। वेद मनुष्यों को पारस्परिक व्यवहार और सम्बन्ध समानता के आधार पर स्थापित करने का उपदेश देता है। वैदिक मत में सभी मनुष्यों को शिक्षा का अधिकार दिया गया है तथा समानता से कर्तव्य पालन करने की भी प्रेरणा की गई है। आचार्य शिष्य को अपने समान बनाने की इच्छा रखता है, पति-पत्नी परस्पर एक दूसरे को समान मानने की प्रतिज्ञा करते हैं। दैनन्दिन जीवन में मनुष्य का पाला जड़ और चेतन दोनों ही वस्तुओं से पड़ता है। जड़ वस्तुओं से व्यवहार करते समय...

  • राष्ट्रपति ने ‘बुक्सा’ जनजातीय समूह को वनाधिकार पट्टा प्रदान किए

    वैदिक मत के अनुसार मनुष्य एक मनुष्य होने के नाते समान अधिकार और कर्तव्य का उत्तरदायी है। वेद मनुष्यों को पारस्परिक व्यवहार और सम्बन्ध समानता के आधार पर स्थापित करने का उपदेश देता है। वैदिक मत में सभी मनुष्यों को शिक्षा का अधिकार दिया गया है तथा समानता से कर्तव्य पालन करने की भी प्रेरणा की गई है। आचार्य शिष्य को अपने समान बनाने की इच्छा रखता है, पति-पत्नी परस्पर एक दूसरे को समान मानने की प्रतिज्ञा करते हैं। दैनन्दिन जीवन में मनुष्य का पाला जड़ और चेतन दोनों ही वस्तुओं से पड़ता है। जड़ वस्तुओं से व्यवहार करते समय...

  • शिक्षा के मोर्चे पर मोदी सरकार फेल: खड़गे

    वैदिक मत के अनुसार मनुष्य एक मनुष्य होने के नाते समान अधिकार और कर्तव्य का उत्तरदायी है। वेद मनुष्यों को पारस्परिक व्यवहार और सम्बन्ध समानता के आधार पर स्थापित करने का उपदेश देता है। वैदिक मत में सभी मनुष्यों को शिक्षा का अधिकार दिया गया है तथा समानता से कर्तव्य पालन करने की भी प्रेरणा की गई है। आचार्य शिष्य को अपने समान बनाने की इच्छा रखता है, पति-पत्नी परस्पर एक दूसरे को समान मानने की प्रतिज्ञा करते हैं। दैनन्दिन जीवन में मनुष्य का पाला जड़ और चेतन दोनों ही वस्तुओं से पड़ता है। जड़ वस्तुओं से व्यवहार करते समय...

  • ये कैसा डेमोग्राफिक डिविडेंड?

    वैदिक मत के अनुसार मनुष्य एक मनुष्य होने के नाते समान अधिकार और कर्तव्य का उत्तरदायी है। वेद मनुष्यों को पारस्परिक व्यवहार और सम्बन्ध समानता के आधार पर स्थापित करने का उपदेश देता है। वैदिक मत में सभी मनुष्यों को शिक्षा का अधिकार दिया गया है तथा समानता से कर्तव्य पालन करने की भी प्रेरणा की गई है। आचार्य शिष्य को अपने समान बनाने की इच्छा रखता है, पति-पत्नी परस्पर एक दूसरे को समान मानने की प्रतिज्ञा करते हैं। दैनन्दिन जीवन में मनुष्य का पाला जड़ और चेतन दोनों ही वस्तुओं से पड़ता है। जड़ वस्तुओं से व्यवहार करते समय...

  • सावित्रीबाई फुले महिला शिक्षा की प्रबल समर्थक

    वैदिक मत के अनुसार मनुष्य एक मनुष्य होने के नाते समान अधिकार और कर्तव्य का उत्तरदायी है। वेद मनुष्यों को पारस्परिक व्यवहार और सम्बन्ध समानता के आधार पर स्थापित करने का उपदेश देता है। वैदिक मत में सभी मनुष्यों को शिक्षा का अधिकार दिया गया है तथा समानता से कर्तव्य पालन करने की भी प्रेरणा की गई है। आचार्य शिष्य को अपने समान बनाने की इच्छा रखता है, पति-पत्नी परस्पर एक दूसरे को समान मानने की प्रतिज्ञा करते हैं। दैनन्दिन जीवन में मनुष्य का पाला जड़ और चेतन दोनों ही वस्तुओं से पड़ता है। जड़ वस्तुओं से व्यवहार करते समय...

  • और लोड करें