us presidential election 2024

  • ट्रंप फिलहाल तो जीतते दिख रहे हैं

    ट्रंप ने मर्दानगी को जगाने वाली अपनी छवि बनाई है। संभवतः इसीलिए स्त्री संबंधी मर्यादाओं को तोड़ने के उनके रिकॉर्ड का उनकी राजनीति पर कोई खराब असल नहीं हुआ है। हमले के तुरंत बाद जिस तरह वे उठ खड़े हुए, उससे यह छवि और मजबूत हुई है। उधर इनवैंजिकल क्रिश्चियन्स में यह अंधविश्वास तेजी फैलाया गया है कि ट्रंप को ईश्वर ने बचाया- इसलिए कि ईश्वर ने उन्हें अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए धरती पर भेजा है। अमेरिकी मीडिया की खबरों के मुताबिक जोसेफ रोबिनेट बाइडेन राष्ट्रपति चुनाव से हटने के लिए बढ़ते गए दबाव के आगे...

  • अहंकारी ट्रम्प और अवसरवादी वेंस की जोड़ी

    आठ साल पहले तक जेडी वेंस को डोनाल्ड ट्रम्प जरा भी नहीं भाते थे। वेंस ने सार्वजनिक मंच से ट्रम्प को 'इडियट' बताया था और कहा था कि वे एक 'कलंक' हैं। निजी चर्चाओं में वे ट्रम्प की तुलना हिटलर से करते थे। और आज ट्रम्प ने उन्हें रिपब्लिकन पार्टी का उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। वे ट्रम्प के 'रनिंग मेट' होंगे। सन् 2016 में एक इंटरव्यू में वेंस ने कहा था, "मैं कभी ट्रम्प समर्थक नहीं रहा हूं। मुझे वे कभी पसंद नहीं आए"। उस समय, वेंस की निगाहों में ट्रम्प राष्ट्रपति पद के बहुत घटिया उम्मीदवार...

  • हमले से ट्रम्प की हकीकत नहीं बदली है

    ट्रम्प के साथ जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है, गलत है और उसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है। उनसे हम सबको सहानुभूति है। मगर क्या इससे वे राष्ट्रपति पद के सर्वोत्तम उम्मीदवार बन जाते हैं? इस प्रश्न का जो उत्तर आपका होगा, वही मेरा भी है। ट्रम्प पर कातिलाना हमले के पहले वे दुनिया के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण मकान- व्हाइट हाउस– का किरायेदार बनने के लिए जितने अनुपयुक्त थे, हमले के बाद भी उतने ही अनुपयुक्त हैं। अगर आप यह जानना चाहते हैं कि राष्ट्रपति बनने पर वे क्या कहर बरपा करेंगे तो पिछले 24 घंटे...

  • पर बाइड़न की हिम्मत कायम!

    जो बाइडन के लिए वह एक बुरी शाम थी।वह अमेरिका और उसके लोकतंत्र के लिए भी बुरी शाम थी।27 जून की शाम टीवी पर जो डिबेट हुई, वह अपनी तरह की अनोखी थी। वह दो बुजुर्गों में मुकाबला था। दो बुजुर्ग लड़ रहे थे। मगर चिंगारियां नहीं फूट रहीं थीं, आग नहीं निकल रही थी।  और इसमें जो बात दुखी करने वाली मगर साथ ही हिम्मत बंधाने वाली थी वह यह थी कि एक नेकनीयत बुजुर्ग पूरी ताकत से एक दुष्ट, आतातायी व्यक्ति का मुकाबला कर रहा था। ऐसा दुष्ट जो अब तक लगातार, बेधड़क, बेतहाशा झूठ बोलता आ रहा...

  • इतिहास देख रहा है!

    वाक्य जोरदार है। शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी संसद में लोकतंत्र पर खतरे की चिंता में चेताया, इतिहास देख रहा है! जाहिर है डोनाल्ड ट्रंप की संभावी वापसी की अमेरिका में चिंता है। ऐसी चिंता लोकतंत्र के कथित सुप्रीमो अमेरिका में है तो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में इतिहास का देखना अलग तरह से है। दोनों देश अब उस मशीनी लोकतंत्र के मारे हैं, जिसमें सत्ता सर्वोपरि है। और नेता व मतदाता सभी के दिमाग पर ताला लगा है। लोग भक्त हैं। अंधे भक्त हैं। डोनाल्‍ड ट्रंप के भक्त और नरेंद्र मोदी के भक्त। पूरे देश...

  • ट्रंप को क्या हैली करेगी समर्थन?

    वाक्य जोरदार है। शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी संसद में लोकतंत्र पर खतरे की चिंता में चेताया, इतिहास देख रहा है! जाहिर है डोनाल्ड ट्रंप की संभावी वापसी की अमेरिका में चिंता है। ऐसी चिंता लोकतंत्र के कथित सुप्रीमो अमेरिका में है तो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में इतिहास का देखना अलग तरह से है। दोनों देश अब उस मशीनी लोकतंत्र के मारे हैं, जिसमें सत्ता सर्वोपरि है। और नेता व मतदाता सभी के दिमाग पर ताला लगा है। लोग भक्त हैं। अंधे भक्त हैं। डोनाल्‍ड ट्रंप के भक्त और नरेंद्र मोदी के भक्त। पूरे देश...

  • ट्रंप एक परिघटना हैं

    वाक्य जोरदार है। शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी संसद में लोकतंत्र पर खतरे की चिंता में चेताया, इतिहास देख रहा है! जाहिर है डोनाल्ड ट्रंप की संभावी वापसी की अमेरिका में चिंता है। ऐसी चिंता लोकतंत्र के कथित सुप्रीमो अमेरिका में है तो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में इतिहास का देखना अलग तरह से है। दोनों देश अब उस मशीनी लोकतंत्र के मारे हैं, जिसमें सत्ता सर्वोपरि है। और नेता व मतदाता सभी के दिमाग पर ताला लगा है। लोग भक्त हैं। अंधे भक्त हैं। डोनाल्‍ड ट्रंप के भक्त और नरेंद्र मोदी के भक्त। पूरे देश...

  • ट्रम्प होंगे उम्मीदवार, हेली नाम वापस लेंगी

    वाक्य जोरदार है। शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी संसद में लोकतंत्र पर खतरे की चिंता में चेताया, इतिहास देख रहा है! जाहिर है डोनाल्ड ट्रंप की संभावी वापसी की अमेरिका में चिंता है। ऐसी चिंता लोकतंत्र के कथित सुप्रीमो अमेरिका में है तो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में इतिहास का देखना अलग तरह से है। दोनों देश अब उस मशीनी लोकतंत्र के मारे हैं, जिसमें सत्ता सर्वोपरि है। और नेता व मतदाता सभी के दिमाग पर ताला लगा है। लोग भक्त हैं। अंधे भक्त हैं। डोनाल्‍ड ट्रंप के भक्त और नरेंद्र मोदी के भक्त। पूरे देश...

  • विवेक को जाने, अमेरिकी राष्ट्रपति उम्मीदवार!

    वाक्य जोरदार है। शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी संसद में लोकतंत्र पर खतरे की चिंता में चेताया, इतिहास देख रहा है! जाहिर है डोनाल्ड ट्रंप की संभावी वापसी की अमेरिका में चिंता है। ऐसी चिंता लोकतंत्र के कथित सुप्रीमो अमेरिका में है तो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में इतिहास का देखना अलग तरह से है। दोनों देश अब उस मशीनी लोकतंत्र के मारे हैं, जिसमें सत्ता सर्वोपरि है। और नेता व मतदाता सभी के दिमाग पर ताला लगा है। लोग भक्त हैं। अंधे भक्त हैं। डोनाल्‍ड ट्रंप के भक्त और नरेंद्र मोदी के भक्त। पूरे देश...

  • ट्रंप को बड़ी चुनावी चुनौती!

    वाक्य जोरदार है। शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी संसद में लोकतंत्र पर खतरे की चिंता में चेताया, इतिहास देख रहा है! जाहिर है डोनाल्ड ट्रंप की संभावी वापसी की अमेरिका में चिंता है। ऐसी चिंता लोकतंत्र के कथित सुप्रीमो अमेरिका में है तो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में इतिहास का देखना अलग तरह से है। दोनों देश अब उस मशीनी लोकतंत्र के मारे हैं, जिसमें सत्ता सर्वोपरि है। और नेता व मतदाता सभी के दिमाग पर ताला लगा है। लोग भक्त हैं। अंधे भक्त हैं। डोनाल्‍ड ट्रंप के भक्त और नरेंद्र मोदी के भक्त। पूरे देश...

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