Artificial Intelligence

  • एआई नहीं, सिस्टम है समस्या

    अब जबकि एआई एक प्रचलित तकनीक के रूप में हमारे सामने है, तो उसको दो मॉडल- दो स्टैंडर्ड भी हमारे समक्ष उपस्थित हैँ। औद्योगिक क्रांति होने के बाद यह पहला मौका है, जब ऐसा हुआ है। औद्योगिक क्रांतियों के पिछले हर दौर में जब भी कोई नई तकनीक उभरी, उसके प्रतिमान पश्चिमी देशों ने तय किए। लेकिन औद्योगिक क्रांति के चौथे दौर की तकनीक में ग्लोबल साउथ के एक देश ने ना सिर्फ समानांतर प्रगति की है, बल्कि उनके समानांतर प्रतिमान दुनिया के सामने रखे हैं। सत्येंद्र रंजन आम धारणा है कि दुनिया औद्योगिक क्रांति के चौथे दौर में प्रवेश...

  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से तापमान को खतरा?

    इन्टरनेशनल एनर्जी एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2030 तक टेक कंपनियों के डेटासेंटर्स में बिजली की खपत वर्तमान की तुलना में दुगुनी हो जाएगी, जबकि आर्टफिशल इन्टेलिजन्स से जुड़े डेटासेंटर्स में यह मांग चार गुना अधिक होगी| वर्ष 2030 तक वैश्विक स्तर पर डेटासेंटर्स में बिजली की खपत इतनी होगी जितना आज पूरे जापान की बिजली खपत है| रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में एक डेटासेंटर में जितनी बिजली की खपत है, उससे लगभग एक लाख घरों के बिजली की खपत पूरी की जा सकती है| वर्ष 2024 में क्लाइमेट एक्शन अगेंस्ट डिसइनफार्मेशन नामक वैज्ञानिकों और पर्यावरणविदों के एक...

  • एआई में भारत का जबरदस्त मौका!

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे समय में फ्रांस की राजधानी पेरिस में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई के एक्शन समित की सह अध्यक्षता की, जब पूरी दुनिया में इसकी धूम है। सभी महाशक्तियों में इसमें आगे निकलने की होड़ है। ओपनएआई अमेरिका की पहली कंपनी है। अब कई कंपनियां इसके टूल्स तैयार कर रही हैं। इसके जवाब में चीन ने सस्ता डीपसीक मॉडल पेश किया है। मोदी पेरिस में जिस सम्मेलन की सह अध्यक्षता कर रहे थे उसमें अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस भी थे। उन्होंने चीन के डीपसीक का मजाक उड़ाते हुए उसे सस्ता और सरकारी मॉडल कहा। उनका...

  • ज्यादा कुछ हासिल नहीं

    आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के क्षेत्र में इस वक्त सर्व प्रमुख चिंता बंटते प्रतिमान हैं। एआई क्षेत्र में अमेरिका और चीन निर्विवाद रूप से अग्रणी महाशक्ति हैं, जो एक दूसरे से बिल्कुल अलग दायरे में और अलग मकसदों से एआई को विकसित कर रहे हैं। आशंका है कि इन दोनों महाशक्तियों में प्रतिमानों और इस आधुनिक तकनीक के संचालन संबंधी कायदों पर न्यूनतम आम-सहमति नहीं रही, तो विभिन्न देश दो में से किसी एक प्रतिमान को चुनने के लिए मजबूर होते जाएंगे। ऐसा हुआ, तो वो दिन दूर नहीं, जब इंटरनेट का वैश्विक ताना-बाना भी विभाजित हो जाएगा। एआई पर राजनेताओं...

  • भारत के सामने प्रश्न

    एआई भविष्य संवारने का आधार है, जिसका वर्तमान शुरू हो चुका है। भारत आखिर इसकी छिड़ी होड़ में कहां है? वैसे बताया जाता है कि ग्लोबल एआई रैंकिंग में उन दो देशों के अलावा ब्रिटेन के बाद भारत चौथे नंबर पर है। अमेरिका में राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद डॉनल्ड ट्रंप ने अपनी पहली बड़ी पहल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के क्षेत्र में की है। उन्होंने चार बड़ी कंपनियों के साझा उद्यम- स्टारगेट की शुरुआत की है। ओपेन एआई, ऑरेकल, सॉफ्ट बैंक और एमजीएक्स इसके तहत एआई केंद्रित बुनियादी ढांचे के विकास पर 500 बिलियन डॉलर खर्च करेंगी। ट्रंप प्रशासन...

  • देव संस्कृति विवि ने Artificial Intelligence संबंधी वैश्विक प्रस्ताव पर किया हस्ताक्षर

    हरिद्वार | गायत्री परिवार के प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने Artificial Intelligence (AI) को मानवता के खिलाफ़ करार देते हुए इसे मानवीय संवेदनाओं के विरुद्ध कार्य करने से रोकने के एक वैश्विक प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किये हैं। गायत्री परिवार के एक प्रवक्ता ने बताया कि डॉ. पंड्या जापान में हैं और हिरोशिमा शहर में हो रहे वैश्विक सम्मेलन ‘एआई एथिक्स फॉर पीस-वर्ल्ड रिलीजियस कमिट टू द रोम कॉल’ में हिस्सा ले रहे हैं। इस मंच पर सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व कर रहे डॉ. पंड्या भारत के एकमात्र प्रतिनिधि हैं और एआई कभी मानवता के...

  • वैष्णव: एआई मिशन होगा जल्द शुरू

    नयी दिल्ली | सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स मंंत्री अश्विनी वैष्णव ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के हाल के चुनाव में हुये दुरूपयोग पर चिंता जताते हुये आज कहा कि शीघ्र ही एआई को लेकर मिशन की शुरू किया जायेगा। वैष्णव ने बुधवार को यहां ग्लोबल इंडिया एआई शिखर सम्मेलन में कहा हाल के आम चुनावों में, हमने देखा है कि गलत सूचना, भ्रामक जानकारी और फर्जी खबरें कितना बड़ा खतरा हो सकती हैं। एआई की शक्ति से यह खतरा कई गुना बढ़ जाता है। यह ऐसा कुछ नहीं है जो केवल हम अनुभव कर रहे हैं, पूरी दुनिया ने इसका अनुभव...

  • ज्‍यादा नौकरियों को प्रभावित नहीं कर पाएगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

    Artificial Intelligence :- जहां दुनियाभर के शोधकर्ता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के कारण जल्द ही नौकरियां खत्म होने की उम्मीद कर रहे हैं, वहीं एक शोध में यह बात सामने आई है कि एआई ज्‍यादा नौकरियों को प्रभावित नहीं कर पाएगी। एमआईटी के कंप्यूटर साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लेबोरेटरी (सीएसएआईएल) द्वारा किए गए एक हालिया शोध में जांच की गई कि क्या एआई मनुष्यों की तुलना में अधिक कुशलता से कार्य कर सकता है और क्या व्यवसायों के लिए मानव श्रम को एआई के साथ बदलना लागत प्रभावी है।  शोध में श्रम बाजार में एआई कार्यान्वयन के व्यापक प्रभावों को ध्यान...

  • यूपी में ‘आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस’ और ‘मशीन लर्निंग’ से लैस होगी चकबंदी प्रक्रिया

    Yogi Adityanath :- उत्तर प्रदेश में अब चकबंदी प्रक्रियाओं को सरल, सुलभ और अत्याधुनिक बनाने की दिशा में सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। योगी सरकार ने प्रदेश में भूमि समेकन समेत चकबंदी की तमाम प्रक्रियाओं को मशीन लर्निंग (एमएल) युक्त आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी बेस्ड सॉफ्टवेयर के जरिए क्रियान्वित करने की तैयारी कर ली है। इस क्रम में यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा एआई बेस्ड एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) सॉफ्टवेयर के निर्माण व क्रियान्वयन की प्रक्रिया जारी है। इस विशिष्ट सॉफ्टवेयर के डिजाइन, निर्माण, विकास व क्रियान्वयन के लिए टेक्निकल सर्विस प्रोवाइडिंग (टीएसपी) एजेंसी की नियुक्ति...

  • आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर मोदी ने जताई चिंता

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डीपफेक वीडियो के हवाले आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई के दुरुपयोग पर चिंता जताई है। उन्होंने इसे 'बड़ी चिंता' करार दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि उन्होंने चैटजीपीटी टीम से डीपफेक वीडियो को फ्लैग करने और इस तरह के वीडियो इंटरनेट पर सरकुलेट होने की स्थिति में चेतावनी जारी करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे के बारे में मीडिया को लोगों को शिक्षित करना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार यानी 17 नवंबर को डीपफेक टेक्नोलॉजी को खतरा बताते हुए कहा- एक वीडियो में मुझे गरबा गीत गाते दिखाया गया...

  • एआईः बंटते हुए प्रतिमान?

    विशेषज्ञों के मुताबिक अमेरिका और चीन इस समय आर्टिफिशियल के क्षेत्र में दो अग्रणी देश हैं, लेकिन वे अलग-अलग प्रतिमानों के आधार पर इस तकनीक को विकसित करने में जुटे हुए हैँ। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के प्रतिमान तय करने के लिए पश्चिमी देशों की एक महत्त्वपूर्ण बैठक लंदन में शुरू हो गई है। इस बैठक से ठीक पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एआई कंपनियों के लिए तय किए कायदों का एक आदेश अपने देश में जारी किया। लंदन की बैठक में कुल 27 सरकारों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। गौरतलब है कि विभिन्न क्षेत्रों में एआई के बढ़ते...

  • तैयार तो होना पड़ेगा

    एआई के उपयोग ने ऑटोमेशन की प्रक्रिया को और तेज कर दिया है। कंप्यूटर और इंटरनेट के आगमन के साथ ऑटोमेशन प्रचलित हुआ था- अब उसका अगला चरण हमारे सामने है। अब छोटे और मध्यम आकार की कंपनियां भी ऑटोमेशन की तरफ बढ़ रही है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के बढ़ते इस्तेमाल से उद्योग और कारोबार जगत में हलचल मचने की खबरें अब लगातार आ रही हैं। खासकर ऐसा विकसित अर्थव्यवस्थाओं में हो रहा है। एआई के उपयोग ने ऑटोमेशन की प्रक्रिया को और तेज कर दिया है। कंप्यूटर और इंटरनेट के आगमन के साथ ऑटोमेशन प्रचलित हुआ था- अब उसका...

  • भारत का सेमीकंडक्टर अभियान बहुउद्देशीय: जयशंकर

    SemiconIndia Conference:- विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि भारत का सेमीकंडक्टर अभियान केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्य भरोसेमंद विनिर्माण के लिए वैश्विक मांग को पूरा करने में सहयोग देना भी है। जयशंकर ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए दुनिया भर की अग्रणी सेमीकंडक्टर कंपनियों के शीर्ष कार्यकारी अधिकारियों से कहा कि उनके निर्णयों तथा संबंधों के निहितार्थ तात्कालिक कारोबार से परे हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था की ‘री- इंजनीयरिंग’ में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि भरोसा तथा पारदर्शिता डिजिटल क्षेत्र के भविष्य में अहम मुद्दों के रूप...

  • एआई के उपयोग से नौकरियां बढ़ी

    B2B Networking :- ऑनलाइन थोक व्यापार (बी2बी) मंच इंडियामार्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) दिनेश अग्रवाल ने कहा है कि कृत्रिम मेधा (एआई) के उपयोग से बी2बी नेटवर्किंग का दायरा बढ़ गया है, जिससे क्षेत्र में ज्यादा कार्यबल की जरूरत अचानक से बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि विभिन्न उत्पादों और सेवाओं की आपूर्ति करने वाले मंच इंडिया मार्ट ने वॉयस सर्च, मिश्रित भाषा और गलत लिखे गए शब्दों के अनुवाद जैसे एआई ऐप के उपयोग से संबद्ध लोगों को जोड़ने के अपने अनुपात में सुधार किया है। अग्रवाल ने कहा, वॉयस सर्च एआई से पहले संभव नहीं था। आवाज...

  • एआई बताएगा फ़िल्मों का भविष्य?

    वार्नर ब्रदर्स ने सिनेलिटिक्स नामक कंपनी से अनुबंध किया है जो आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए फिल्म से संबंधित हर तरह के फैसले लेने में मदद करेगी।  ऐसी कंपनियां फिल्म के विषय की बाबत नए आइडिया देने के अलावा कहानी, स्क्रीनप्ले और संवाद लिखने में भी आर्टीफ़ीशियल इंटेलीजेंस का घालमेल कर रही हैं। … पूरी दुनिया में फिल्मों और वेबसीरीज़ के लिए बेहतर और नई कहानियों की जो मारामारी चल रही है उसमें एआई खासा कारगर हो रहा है जो कि लेखकों के लिए एक संकट की तरह है। हॉलीवुड में किसी स्क्रीनप्ले पर अगर चार लोग काम कर रहे हैं...

  • 2024 में धर्म से ज्यादा एआई का खेला!

    यह शीर्षक न तो नरेंद्र मोदी को अजेय बताने के लिए है और न विपक्ष का मनोबल घटाने के लिए। यह 2024 के लोकसभा चुनाव के खेला में मोदी के अप्रत्याशित जादू को लेकर एक अलर्ट है। मुझे खटका इसलिए हुआ क्योंकि 22 मई 2023 को भारत सरकार के सूचना-प्रसारण मंत्रालय के डीएवीपी ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस/मशीनी दिमाग आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्मों से सेवाएं देने के लिए इम्पैनल होने का प्रस्ताव देने का अनुरोध (आरएफपी) किया। इसमें जुमला, Translation and voice localization for media-related activities का है। जाहिर है कंपनियों की एक नई इम्पैनल लिस्ट बना कर भाषण और शब्द (text to...

  • एआई से चिंतित दुनिया!

    घूम-फिर कर सवाल यही आएगा कि क्या ऐसे कानूनों से वह चिंता दूर होगी, जिसके लिए ये सारी कवायद की जा रही है? अक्सर किसी नई तकनीक और उसके प्रभाव को रोकने में कानून अक्षम साबित होते हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपनी अमेरिका यात्रा की इसे एक बड़ी कामयाबी बताया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने उनकी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) संबंधी योजना को स्वीकार कर लिया। पिछले हफ्ते जब ह्वाइट हाउस में दोनों नेता मिले, तो सुनक ने बाइडेन के सामने प्रस्ताव रखा कि ब्रिटेन एआई के विनियम का केंद्र बनना चाहता है। बाइडेन इस पर सहमत...

  • आर्टीफ़ीशियल इंटेलीजेंस वाला विलेन

    दुनिया भर में सरकारें, वैज्ञानिक, शिक्षाविद और आईटी विशेषज्ञ आर्टीफ़ीशियल इंटेलीजेंस का विरोध कर रहे हैं। वैसे उन कंपनियों का प्रतिशत बहुत ज़्यादा है जो आर्टीफ़ीशियल इंटेलीजेंस का उपयोग कर रही हैं। मगर ये विशेषज्ञ इसे स्वाभाविक मानव विकास की राह में एक विलेन की तरह देखते हैं। अगले साल रिलीज़ होने वाली एक फिल्म में हम सचमुच आर्टीफ़ीशियल इंटेलीजेंस को विलेन का हथियार बनते देखने वाले हैं। वाशु और जैकी भगनानी की पूजा एंटरटेनमेंट और अली अब्बास ज़फ़र की ‘बड़े मियां छोटे मियां’ में मलयाली सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारन को विलेन की भूमिका मिली है। वे फिल्म में ऐसे वैज्ञानिक...

  • हिरोशिमा में तिहरे खतरे के बादल!

    विश्व की शक्ल बदल रही है। वजह पृथ्वी और मनुष्य दोनों के दुर्दिन हैं। पृथ्वी का मिजाज, उसकी इम्यून क्षमता, जहां मनुष्यजनित और प्रकृतिगत बीमारियों से बिगड़ती हुई है वहीं मानव सभ्यता बुद्धि की पांचवीं और संभवतया आखिरी क्रांति से अपने दिमाग को गंवाने का खतरा लिए हुए है। मनुष्य बुद्धि का मशीनी टेकओवर संभव है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस याकि मानव निर्मित नकली बुद्धि की वह एक असेंबली लाइन, जिस पर नए सिरे से होमो सेपियन की गढ़ाई होगी। वैसे ही जैसे कभी प्राचीन काल में धर्म ने इंसान को भिन्न-भिन्न ठप्पों का बनाया था। बहुत संभव है इसी सदी में...

  • हम राक्षस बनेंगे या खत्म होंगे?

    यह मानव सभ्यता का इक्कीसवीं सदी का सवाल है। इसलिए क्योंकि मानव चेतना, उसके अक्षरब्रह्म का मशीन हरण करते हुए है। सोशल मीडिया और कृत्रिम बुद्धि दोनों इंसान के दिमाग का स्थानापन्न याकि रिप्लेसमेंट है। सोचें, क्या है मनुष्य होने का अर्थ? जानवर से उसकी क्या भिन्नता है? मोटा-मोटी अक्षर, शब्द और भाषा। यदि मनुष्य चेतना, उसकी खोपड़ी अपने शरीर की अनुभूति, सुख-दुख और स्मृतियों को शब्द, भाषा से व्यक्त, जाहिर नहीं कर पाए तो वह जैविक शरीर फिर किस काम का? यदि मनुष्य दिमाग अपनी तह सोचना बंद कर दे। कुंद, मंद, ठूंठ हो जाए और उसकी जगह एक-दूसरे...

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