एआई नहीं, सिस्टम है समस्या
अब जबकि एआई एक प्रचलित तकनीक के रूप में हमारे सामने है, तो उसको दो मॉडल- दो स्टैंडर्ड भी हमारे समक्ष उपस्थित हैँ। औद्योगिक क्रांति होने के बाद यह पहला मौका है, जब ऐसा हुआ है। औद्योगिक क्रांतियों के पिछले हर दौर में जब भी कोई नई तकनीक उभरी, उसके प्रतिमान पश्चिमी देशों ने तय किए। लेकिन औद्योगिक क्रांति के चौथे दौर की तकनीक में ग्लोबल साउथ के एक देश ने ना सिर्फ समानांतर प्रगति की है, बल्कि उनके समानांतर प्रतिमान दुनिया के सामने रखे हैं। सत्येंद्र रंजन आम धारणा है कि दुनिया औद्योगिक क्रांति के चौथे दौर में प्रवेश...