Border Dispute

  • भारत, चीन के बीच सीमा विवाद पर वार्ता

    अस्ताना। विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच गुरुवार को एक अहम बैठक हुई, जिसमें दोनों नेता पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद संबंधी बचे हुए मुद्दों के हल के लिए कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से प्रयास दोगुना करने पर सहमत हुए। कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ के शिखर सम्मेलन से इतर हुई इस बैठक में जयशंकर ने वांग यी से कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी का सम्मान करना और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करना अहम है। विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत के इस नजरिए को भी...

  • आपको ही बताना है

    देश की ताकत बढ़ी है, तो उसका असर सीमाओं पर क्यों नहीं दिखा? उससे वहां शांति कायम करने में मदद क्यों नहीं मिली? कोई सरकार दस साल सत्ता में रहने के बाद किसी भी मसले पर अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के इस बयान से सहज सहमत हुआ जा सकता है कि उत्तर और पश्चिम में “अपरिभाषित सीमाओं” का भारत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए इन सीमाओं के परिणाम महत्त्वपूर्ण हैं। उन सीमाओं से आंतरिक सुरक्षा के लिए आने वाली चुनौतियों में उन्होंने आतंकवाद, उग्रवाद,...

  • बेहतर संबंध की ओर?

    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा कि चीन के साथ सीमा विवाद हल करने की दिशा में अच्छी प्रगति हो रही है। फिर यह खबर आई कि चीन ने भारत के लिए नए पूर्णकालिक राजदूत की नियुक्ति कर दी है। भारत-अमेरिका और भारत-चीन के रिश्तों में घटनाएं महत्त्वपूर्ण मोड़ लेती दिख रही हैं। बेशक, दोनों मोर्चों पर हो रही घटनाओं का आपस में जुड़ाव है। फिलहाल, संकेत है कि अमेरिका से भारत का रिश्ता गतिरुद्ध हो गया है, वहीं चीन के साथ तनाव घट रहा है। पहले चीन को लें। पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी...

  • क्या चीन से मेल-मिलाप के प्रति गंभीर हैं मोदी?

    प्रधानमंत्री मोदी ने अब सीमा पर की “असामान्यता” को पीछे छोड़ संबंधों को आगे बढ़ाने की बात की है। यह आश्चर्यजनक और रहस्यमय है। इसलिए कि मोदी सरकार की नीति भारतीय विदेश नीति को अमेरिका के करीब ले जाने की है। अनुमान है कि चार वर्षों के तनाव के बाद उन्होंने सचमुच चीन से रिश्ते बेहतर करने की जरूरत महसूस की हो। दूसरा कयास है कि अमेरिकी धुरी से जुड़ने से जोड़ी गई अपेक्षाओं के पूरा ना होने के बाद उन्होंने एक नया दांव खेला हो। फिलहाल, हम इस बारे में किसी ठोस निष्कर्ष तक पहुंचने की स्थिति में नहीं...

  • चीन पर बदला रुख?

    अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में मोदी ने कहा- ‘यह मेरा विश्वास है कि सीमा पर लंबे समय से जारी स्थिति का हल हमें तुरंत निकालना चाहिए, ताकि अपने द्विपक्षीय संबंधों में आई असामान्यता को हम पीछे छोड़ सकें।’ क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताजा बयान को चीन के बारे में भारत के रुख में एक बड़े बदलाव का संकेत माना जाना चाहिए? चार साल से चल रहे तनाव के बाद अब मोदी मेल-मिलाप के मूड में दिख रहे हैं। मोदी ने ये टिप्पणियां एक अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में की हैं। इससे उनकी बातों का महत्त्व और बढ़...

  • राजनाथ ने चीन को दी नसीहत

    अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में मोदी ने कहा- ‘यह मेरा विश्वास है कि सीमा पर लंबे समय से जारी स्थिति का हल हमें तुरंत निकालना चाहिए, ताकि अपने द्विपक्षीय संबंधों में आई असामान्यता को हम पीछे छोड़ सकें।’ क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताजा बयान को चीन के बारे में भारत के रुख में एक बड़े बदलाव का संकेत माना जाना चाहिए? चार साल से चल रहे तनाव के बाद अब मोदी मेल-मिलाप के मूड में दिख रहे हैं। मोदी ने ये टिप्पणियां एक अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में की हैं। इससे उनकी बातों का महत्त्व और बढ़...

  • चीन का फिर किया अरुणाचल पर दावा

    अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में मोदी ने कहा- ‘यह मेरा विश्वास है कि सीमा पर लंबे समय से जारी स्थिति का हल हमें तुरंत निकालना चाहिए, ताकि अपने द्विपक्षीय संबंधों में आई असामान्यता को हम पीछे छोड़ सकें।’ क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताजा बयान को चीन के बारे में भारत के रुख में एक बड़े बदलाव का संकेत माना जाना चाहिए? चार साल से चल रहे तनाव के बाद अब मोदी मेल-मिलाप के मूड में दिख रहे हैं। मोदी ने ये टिप्पणियां एक अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में की हैं। इससे उनकी बातों का महत्त्व और बढ़...

  • चीन के मंसूबों की अनदेखी नहीं हो!

    अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में मोदी ने कहा- ‘यह मेरा विश्वास है कि सीमा पर लंबे समय से जारी स्थिति का हल हमें तुरंत निकालना चाहिए, ताकि अपने द्विपक्षीय संबंधों में आई असामान्यता को हम पीछे छोड़ सकें।’ क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताजा बयान को चीन के बारे में भारत के रुख में एक बड़े बदलाव का संकेत माना जाना चाहिए? चार साल से चल रहे तनाव के बाद अब मोदी मेल-मिलाप के मूड में दिख रहे हैं। मोदी ने ये टिप्पणियां एक अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में की हैं। इससे उनकी बातों का महत्त्व और बढ़...

  • भारत की अपनी जब गलती

    अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में मोदी ने कहा- ‘यह मेरा विश्वास है कि सीमा पर लंबे समय से जारी स्थिति का हल हमें तुरंत निकालना चाहिए, ताकि अपने द्विपक्षीय संबंधों में आई असामान्यता को हम पीछे छोड़ सकें।’ क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताजा बयान को चीन के बारे में भारत के रुख में एक बड़े बदलाव का संकेत माना जाना चाहिए? चार साल से चल रहे तनाव के बाद अब मोदी मेल-मिलाप के मूड में दिख रहे हैं। मोदी ने ये टिप्पणियां एक अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में की हैं। इससे उनकी बातों का महत्त्व और बढ़...

  • गश्त की 26 जगहों से पीछे हटी सेना!

    अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में मोदी ने कहा- ‘यह मेरा विश्वास है कि सीमा पर लंबे समय से जारी स्थिति का हल हमें तुरंत निकालना चाहिए, ताकि अपने द्विपक्षीय संबंधों में आई असामान्यता को हम पीछे छोड़ सकें।’ क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताजा बयान को चीन के बारे में भारत के रुख में एक बड़े बदलाव का संकेत माना जाना चाहिए? चार साल से चल रहे तनाव के बाद अब मोदी मेल-मिलाप के मूड में दिख रहे हैं। मोदी ने ये टिप्पणियां एक अमेरिकी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में की हैं। इससे उनकी बातों का महत्त्व और बढ़...

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