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15-06-2025 Vol 19

गेस्ट कॉलम

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राहुल की अपील बनी सत्ता के अलमबरदारों की परेशानी…

राहुल की अपील बनी सत्ता के अलमबरदारों की परेशानी…

सूरत की मजिस्ट्रेट अदालत के मानहानि के फैसले  में दो साल की सज़ा सुनाये जाने के बाद, संसद की  सदस्यता समाप्त किए जाने के उपरांत  काँग्रेस में तो कम...
सरकार भाड़े…. राजनीति भाड़े…. राजनेता जलेबी झाड़े…?

सरकार भाड़े…. राजनीति भाड़े…. राजनेता जलेबी झाड़े…?

प्रसिद्ध कहावत “घर भाड़े, दुकान भाड़े, छोरा-छोरी जलेबी झाड़े” के आधुनिक स्वरूप में प्रजातंत्र का भी जमकर मजाक उड़ाया है।
राजनीति की बलि चढ़ती जनहित और सुप्रीम कोर्ट की नसीहत

राजनीति की बलि चढ़ती जनहित और सुप्रीम कोर्ट की नसीहत

यूं तो देश में  दलीय राजनीति के अनेक विवाद  चल रहे हैं  और सभी पक्ष  अपने अपने तर्क सार्वजनिक  क्षेत्र में रख रहे है|
कामदेव की पूजा का दिन अनंग त्रयोदशी

कामदेव की पूजा का दिन अनंग त्रयोदशी

भारतीय संस्कृति में प्रेम, काम, वासना और रूप के देव माने जाने वाले काम के देवता कामदेव को पूजनीय माना गया है।
क्या खाने से दिमाग होगा तेज?

क्या खाने से दिमाग होगा तेज?

अखरोट जैसा दिखाई देने वाला हमारा दिमाग आकार में होता है करीब 1250 क्यूबिक सेंटीमीटर और वजन में लगभग 1160 ग्राम। ये हमारी सारी एक्टीविटीज कंट्रोल करता है।
सरकार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे दोनों दल

सरकार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे दोनों दल

एक तरफ जहां सत्ताधारी दल भाजपा का प्रादेशिक नेतृत्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश में सरकार बनाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं वहीं विपक्षी दल कांग्रेस कोई...
दुनिया को किस नजर से देख रहा है चीन?

दुनिया को किस नजर से देख रहा है चीन?

इस समय दुनिया में Sino-forming शब्द चर्चा में है। इसका इस्तेमाल इस अर्थ में किया जा कहा है कि दुनिया चीन के रूप में ढल रही है।
माहौल और मैनेजमेंट से मजबूती की उम्मीद

माहौल और मैनेजमेंट से मजबूती की उम्मीद

प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भारी मशक्कत राजनीतिक दलों द्वारा की जा रही है। माहौल बनाने के लिए जहां नेताओं के दौरे और बयानों में धार दी...
अगले चुनाव में मुख्य मुकाबला सोनिया-मोदी के बीच..!

अगले चुनाव में मुख्य मुकाबला सोनिया-मोदी के बीच..!

अब सोनिया जी पर अपनी पार्टी के साथ ही अन्य प्रतिपक्षी दलों की भी भावनाएं समझ कर अपना अगला राजनीतिक एजेंडा तैयार करने की अहम जिम्मेदारी आ गई है
नक्कालों की नाली में बहता राहुल का पसीना

नक्कालों की नाली में बहता राहुल का पसीना

या तो कांग्रेसी अपने को पूरी तरह राहुल गांधी पर छोड़ दें या राहुल गांधी ख़ुद को पूरी तरह कांग्रेस पर छोड़ दें - इसके अलावा कांग्रेस के उद्धार...
किन्नरों की सुध में एक अच्छी शुरुआत

किन्नरों की सुध में एक अच्छी शुरुआत

समाज-किन्नर ट्रेनों में पैसा न माँगें, काम करें इस सोच में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने गुवहाटी में ‘ट्रांस टी स्टाल’ खुलाया।
राहुल गांधी का एजेंडा पृथ्वीराज चौहान ने मध्यप्रदेश में आगे बढ़ाया..

राहुल गांधी का एजेंडा पृथ्वीराज चौहान ने मध्यप्रदेश में आगे बढ़ाया..

पचोरी आक्रमक, के.के. को आया गुस्सा.. कांग्रेस के नाथ नदारद...
श्रीहनुमान और महाभारतकालीन कपिध्वज

श्रीहनुमान और महाभारतकालीन कपिध्वज

पृथ्वी एवं राज्य की प्राप्ति, दीर्घ-आयुष्य एवं सर्वाभ्युदय कल्याण की प्राप्ति होती है। हनुमान की स्तुतियों में हनुमान चालीसा का सर्वाधिक प्रचार है।
क्षत्रपों के लिए शिखंडी राजनीति अब मुश्किल!

क्षत्रपों के लिए शिखंडी राजनीति अब मुश्किल!

देश में विचारधारा से कहीं अलग दो नैरेटिव बन चुका है- मोदी समर्थन और दूसरा मोदी विरोधी।
बीस हजार करोड़ रू का घर-घर, गली-गली शोर?

बीस हजार करोड़ रू का घर-घर, गली-गली शोर?

राहुल का सवाल यही तो है कि यह बीस हजार करोड़ रुपया किसका है जो अडानी को दिया गया?
अदालत-अस्पताल में होती “अति” आज का सच…!

अदालत-अस्पताल में होती “अति” आज का सच…!

जिस प्रकार राष्ट्रिय और क्षेत्रीय दलों को मोदी सरकार के विरुद्ध एक कर दिया हैं,  वह अनेकों दलों के प्रयास से भी संभव नहीं हो रहा था।
कांग्रेस के नाथ ‘अदृश्य’ पिछड़ों का  ‘नेता’ अरुण…!

कांग्रेस के नाथ ‘अदृश्य’ पिछड़ों का ‘नेता’ अरुण…!

कांग्रेस के नाथ कमलनाथ की पार्टी के लिए विशेष मौके पर लगातार गैरमौजूदगी कांग्रेस में पहले ही चर्चा का विषय बन चुकी है
नदियों की देवी पूजा जैसे यमुना जयंती

नदियों की देवी पूजा जैसे यमुना जयंती

वैदिक मत इस संसार को एक सतत अभिनव सृजन मानती है। इस निरंतर सृष्टि प्रक्रिया को ब्रह्मयज्ञ कहा गया है।
हमें कितना पानी पीना चाहिये और क्यों?

हमें कितना पानी पीना चाहिये और क्यों?

रोजाना कितना पानी पीना चाहिये, इस बारे में लोगों की अलग-अलग राय है, कोई कहता है दो लीटर, तो कोई तीन तो कोई चार लीटरक।
राजनीति में खत्म हुई शालीनता!

राजनीति में खत्म हुई शालीनता!

राहुल गांधी के ताज़ा विवाद पर पक्ष और विपक्ष तलवारें भांजे आमने-सामने खड़ा है। इस विवाद के क़ानूनी व राजनैतिक पक्षों पर मीडिया में काफ़ी बहस चल रही है।
असम मे 600 मदरसों को बंद किया जाना सही

असम मे 600 मदरसों को बंद किया जाना सही

गत दिनों वाम-उदारवादी और स्वघोषित सेकुलरवादी, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर भड़क उठे।
तवारीख़ी तहरीर बदलने की ख़ुशबू

तवारीख़ी तहरीर बदलने की ख़ुशबू

इसलिए, आप का आप जानें, मुझे तो इस दौर से तवारीख़ी तहरीर बदलने की ख़ुशबू आ रही है।
ऐसे कैसे मिली ‘जेड प्लस’ की सुरक्षा?

ऐसे कैसे मिली ‘जेड प्लस’ की सुरक्षा?

समसामयिक-एक शख़्स ने ख़ुद को पीएमओ का अधिकारी बता कर जम्मू कश्मीर में ‘जेड प्लस’ श्रेणी सुरक्षा ले ली।
राहुल की हिम्मत और क्षत्रपों की फार्मूला राजनीति

राहुल की हिम्मत और क्षत्रपों की फार्मूला राजनीति

भारतीय राजनीति एक बहुत ही हिम्मत भरा एपिसोड देख रही है।राहुल को चारों तरफ से घेरा जा रहा है। सत्ता पक्ष तो है ही।
तो कांग्रेस ही राजनीति का मानदंड है!

तो कांग्रेस ही राजनीति का मानदंड है!

बरसों से विचित्र दृश्य है कि भाजपा एक ओर ‘कांग्रेस-मुक्त भारत’ की बात करती है, लेकिन दूसरी ओर कांग्रेस ही उस के सिर पर चढ़ी हुई आदर्श प्रतीत होती...
‘नाथ’ को ’आला’ पर बैठाएंगे ’शाह’

‘नाथ’ को ’आला’ पर बैठाएंगे ’शाह’

भाजपा के चुनावी चाणक्य अमित शाह के तरकश से सियासी तीर बाहर निकलने का समय शायद आ गया, भाजपा ने कांग्रेस के नाथ को आले पर बैठाने की रणनीति...
जीत के लिए जमावट और जज्बात

जीत के लिए जमावट और जज्बात

25 मार्च को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और 27 मार्च को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तो आ ही रहे हैं 31 मार्च को संघ प्रमुख मोहन भागवत...
मौसम बदलने पर उदासी, चिड़चिड़ापन क्यों?

मौसम बदलने पर उदासी, चिड़चिड़ापन क्यों?

सर्दियों के आने और फिर जाने के बाद पतझड़ की शुरूआत में याकि मौसम बदलने पर कुछ दिन मूड उखड़ा-उखड़ा रहता है, कुछ भी अच्छा नहीं लगता।
मुलायम सिंह यादव को संघ की श्रद्धांजलि, क्यों?

मुलायम सिंह यादव को संघ की श्रद्धांजलि, क्यों?

आरएसएस की राष्ट्रीय बैठक में दिवंगत मुलायम सिंह यादव आदि को श्रद्धांजलि देना, श्रीराम द्वारा प्रदत्त परंपराओं का ही अनुसरण है।
असल सवाल है कि लोकतंत्र खतरे में पड़ा क्यों?

असल सवाल है कि लोकतंत्र खतरे में पड़ा क्यों?

भाजपा ने राहुल गांधी की टिप्पणियों को लेकर जो शोर मचाया और कांग्रेस ने उसके ही अंदाज में उसका जवाब देने की जो पुरजोर कोशिश की, देश में गंभीर...
परदे से उलझती ज़िंदगीः जब गोरों ने पेश किया ‘नाटू नाटू’

परदे से उलझती ज़िंदगीः जब गोरों ने पेश किया ‘नाटू नाटू’

अमेरिकी कोरियोग्राफ़र टैबिथा और नेपोलियन डियूमो की इस प्रस्तुत्ति में गायक तो काल भैरव और राहुल सिपलीगंज ही थे, लेकिन डांस करने वाले बीस लोगों में गोरों की भरमार...
चुनावी साल: ऐसे वादें मानो धरती पर स्वर्ग उतार लाएंगे

चुनावी साल: ऐसे वादें मानो धरती पर स्वर्ग उतार लाएंगे

कांग्रेस में अपनी डफली अपना राग और भाजपा में शिवराज के शास्त्रीय गायन के बीच दिल बहलने लगा “आप” के आ जाने से।
आदिवासियों पर बढ़ती रार

आदिवासियों पर बढ़ती रार

मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्रवाई शुरू होते ही कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने महू में आदिवासी युवती की मौत और पुलिस फायरिंग में मारे गए युवती और युवक के परिजनों...
महेंदर मिसिरः एक क्रांतिकारी लोक गायक

महेंदर मिसिरः एक क्रांतिकारी लोक गायक

महेंदर मिसिर गुप्त रूप से क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता की बलिवेदी पर शहीद होने वाले परिवारों को खुले हाथों से मदद करते थे।
वह काला अध्याय और यह काला अध्याय

वह काला अध्याय और यह काला अध्याय

राहुल गांधी को लोकसभा से निष्कासित करने की बातें उड़ाई जा रही हैं, तो क्या राहुल सोलहवें ऐसे ‘अभियुक्त’ बनने की कगार पर पहुंच गए हैं, जिन्हें निष्कासन की...
‘गर्म’ राहुल के सिपहसालार नाथ- गोविंद क्यों ‘ठंडे’

‘गर्म’ राहुल के सिपहसालार नाथ- गोविंद क्यों ‘ठंडे’

मध्यप्रदेश में कांग्रेस खासतौर से कमलनाथ और गोविंद सिंह की जोड़ी तीन मुद्दों को चाह कर भी धार नहीं दे पाई या फिर जरूरी रणनीति नहीं बना पाई।
प्रजातंत्र के तीनों अंग विलुप्ति के कगार पर…?

प्रजातंत्र के तीनों अंग विलुप्ति के कगार पर…?

यदि हम प्रजातंत्र के तीनों अंगों के परिपेक्ष में हमारे मौजूदा देश का ईमानदारी से विश्लेषण करें तो हमें ना तो यहां प्रजा स्वतंत्र दिखाई दे रही है और...
आप पार्टी सरकार और भ्रष्टाचार

आप पार्टी सरकार और भ्रष्टाचार

केजरीवाल सरकार- भ्रष्टाचार को कम करने की दृष्टि से दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने कुछ कदम ज़रूर उठाए हैं।
रक्षा बजट नाकाफी, जबकि चीन की चुनौती

रक्षा बजट नाकाफी, जबकि चीन की चुनौती

पिछले महीने वित्त मंत्री के बजट भाषण के दौरान भारतीय सैन्य और रक्षा उद्योग उम्मीद कर रहा था कि उसके…
हमेशा याद रहेगा वैदिकजी का संघर्ष

हमेशा याद रहेगा वैदिकजी का संघर्ष

जेएनयू में हिंदी में डॉक्टरेट की थीसिस जमा करने के डॉक्टर वेद प्रताप वैदिक के संघर्ष ने उन्हें सारे देश में प्रतिष्ठा प्रदान की थी।
धोती वाला एक्टिविस्ट

धोती वाला एक्टिविस्ट

फरवरी 2010 में रामलीला मैदान में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के मंच पर संघ प्रमुख मोहन राव भागवत, विचारक गोविंदाचार्य, बाबा रामदेव और अजीत डोभाल के साथ वेदप्रताप वैदिक भी...
राहुल तो कभी माफी नहीं मांगेगे!

राहुल तो कभी माफी नहीं मांगेगे!

राहुल मंगलवार को एक नए सवाल के साथ आ गए कि भारत की विदेश नीति का लक्ष्य क्या है, राहुल ने तथ्यों के साथ एक वीडियो इश्यू कर दिया...
शक्ति प्रदर्शन के दौर में प्रदेश…

शक्ति प्रदर्शन के दौर में प्रदेश…

अब जबकि प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने को कुछ ही महीने शेष बचे हैं तब तमाम राजनीतिक दल शक्ति प्रदर्शन करने में जुट गए हैं।
सवाल… राजनीतिक कब्र के दायरे का…?

सवाल… राजनीतिक कब्र के दायरे का…?

विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्री भारत की राजनीति आज एक अजीब आत्मघाती मोड़ पर है और इस आत्मघाती मोड़ का सिरा कब्रिस्तान में खोजा जा रहा है
रोगों को दूर करने वाली देवी शीतला माता

रोगों को दूर करने वाली देवी शीतला माता

प्राचीन काल से ही भारत में आयु वृद्धि तथा संतान की कामना पूर्ति के उद्देश्य से शीतला माता का व्रत और पूजन किये जाने की परिपाटी है।
रोकें तो वोट कटें, न रोकें तो के जंगल…

रोकें तो वोट कटें, न रोकें तो के जंगल…

मसला खंडवा, खरगोन और बड़वानी के जंगल साफ होने बाद अब  नेपानगर (बुरहानपुर)के नावरा फॉरेस्ट रेंज का है।
मराठी के कवि, संत एकनाथ

मराठी के कवि, संत एकनाथ

13 मार्च-एकनाथ षष्ठी-समाज में भक्ति का मार्ग प्रशस्त कर जातिगत भेदभाव को खत्म करने का प्रयास किया।
मान सम्मान से साध्वी संग शिवराज हुए ‘सर्वमान्य’…!

मान सम्मान से साध्वी संग शिवराज हुए ‘सर्वमान्य’…!

साध्वी उमा भारती के अभिनंदन और सार्वजनिक तौर पर एक दूसरे को दिए गए मान सम्मान से शिवराज निर्विवाद, स्वीकार्य से आगे सर्वमान्य हो गए हैं.