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15-06-2025 Vol 19

गेस्ट कॉलम

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उत्तरप्रदेश से बदलेगा भारत भाग्य!

उत्तरप्रदेश से बदलेगा भारत भाग्य!

क्या भारत की प्रगति, बिना उत्तरप्रदेश के विकास के संभव है? जनसंख्या के संदर्भ में विश्व के पांचवे सबसे बड़े देश से अधिक आबादी उत्तरप्रदेश में बसती है।
शेमूर हर्श की खबर क्यों सुर्खियों में नहीं?

शेमूर हर्श की खबर क्यों सुर्खियों में नहीं?

शेमूर हर्श 85 साल के हो चुके हैं, लेकिन अमेरिकी साम्राज्यवाद के अपराधों को बेनकाब करने का उनका जज्बा बदस्तूर बना हुआ है।
घनचक्करी झूले पर झूलता कांग्रेस अधिवेशन

घनचक्करी झूले पर झूलता कांग्रेस अधिवेशन

मुझे लगता है कि आज़ादी के बाद हो रहा 31वां कांग्रेस-अधिवेशन अब तक का सबसे नीरस और निरर्थक आयोजन साबित होने वाला है।
हमारी जग में यह पहचान, हिंदी-हिंदू-हिंदुस्तान….!

हमारी जग में यह पहचान, हिंदी-हिंदू-हिंदुस्तान….!

जवाहरलाल नेहरू द्वारा लागू किए गए पंचशील सिद्धांतों में हमारे देश का मूल आधार हमारी धर्म निरपेक्षता रही है
मंगलकारी और सृष्टिरचियता शिव

मंगलकारी और सृष्टिरचियता शिव

श्वेताश्वतरोपनिषद के अनुसार सृष्टि के आदिकाल में जब सर्वत्र अंधकार ही अंधकार था। न दिन न रात्रि, न सत् न असत् तब केवल निर्विकार शिव (रुद्र) ही थे।
जानकार बनें और सुरक्षित रहें

जानकार बनें और सुरक्षित रहें

देश-समादज-साइबर अपराध में लिप्त अपराधी अपने को फोन पर सीबीआई या पुलिस अफसर भी बताने लगे है।
स्वतंत्रता संग्राम और दयानन्द सरस्वती

स्वतंत्रता संग्राम और दयानन्द सरस्वती

15 फरवरी-जयंतीःस्वामी दयानन्द ने सत्यार्थ-प्रकाश में लिखा है कि कोई कितना ही करे स्वदेशी राज्य सर्वोपरि उत्तम।
राहुल को उत्तर (यूपी) में ही डटना चाहिए !

राहुल को उत्तर (यूपी) में ही डटना चाहिए !

राहुल को उत्तर में ही जाने से रोका जा रहा है। दक्षिण से (केरल) उत्तर(वाराणसी) आ रहे उनके विमान को वाराणसी में उतरने नहीं दिया गया।
डॉ हेडगेवार और रा. स्व. संघ: कहाँ से चले, और कहाँ पहुँचे? (3)

डॉ हेडगेवार और रा. स्व. संघ: कहाँ से चले, और कहाँ पहुँचे? (3)

हेडगेवार की इस आधिकारिक जीवनी से गत नौ दशकों के अनुभवों का मिलान करके एक संक्षिप्त निष्कर्ष तो मिलता ही है: नौ दिन चले, अढ़ाई कोस!
समर्थ रामदास ने जगाई आजादी की अलख

समर्थ रामदास ने जगाई आजादी की अलख

कश्मीर से कन्याकुमारी तक उन्होंने 1100 मठ तथा अखाड़े स्थापित कर स्वराज्य स्थापना के लिए जनता को तैयार करने का प्रयत्न किया।
डॉ हेडगेवार और रा. स्व. संघ: कहाँ से चले, और कहाँ पहुँचे?  (2)

डॉ हेडगेवार और रा. स्व. संघ: कहाँ से चले, और कहाँ पहुँचे? (2)

चाहे आज पूरे देश पर उन के स्वयंसेवकों की सत्ता क्यों न हो! पर वे आज भी मानो बचकर, छिपकर, अंतर्विरोधी, दोमुँही बातें बोलकर ही सब कुछ करते हैं।
मॉरीशस को ‘मॉरीशस रूट’ से न पहचाने

मॉरीशस को ‘मॉरीशस रूट’ से न पहचाने

समसामयिक- देश को पर्यटन के लिए ही जाना जाए न कि वित्तीय घोटालों के लिए बने‘मॉरीशस रूट’ जैसी बात के लिए।
डॉ हेडगेवार और रा. स्व. संघ: कहाँ से चले, और कहाँ पहुँचे?

डॉ हेडगेवार और रा. स्व. संघ: कहाँ से चले, और कहाँ पहुँचे?

डॉ. हेडगेवार ने, जाने-अनजाने, इस भ्रम का निराकरण नहीं किया कि संघ अपने आरंभिक कार्य - हिन्दू समाज के शत्रुओं से सीधे लड़ना - छोड़ चुका है।
हाई यूरिक एसिड, कैसे मिले निजात?

हाई यूरिक एसिड, कैसे मिले निजात?

यूरिक एसिड बढ़ने से ज्वाइंट्स में सूजन के साथ दर्द, ज्वाइंट टच करने पर गर्मी महसूस होने के अलावा आसपास की स्किन का रंग बदल जाता है। कई बार...
खुल्लमखुल्ला बेपर्दा हुए पर्दानशीं

खुल्लमखुल्ला बेपर्दा हुए पर्दानशीं

बुधवार को लोकसभा में और बृहस्पतिवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री के भाषणों का पोलापन आराधकों के लिए हो-न-हो, मेरे लिए तो सचमुच बेहद फ़िक्र की बात है।
क्या लोकतांत्रिक आस्था में कमी आ रही है…?

क्या लोकतांत्रिक आस्था में कमी आ रही है…?

आजादी के 75 साल में यह एक चौंकने वाला सवाल सामने आया है कि क्या हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति आस्था में कमी आती जा रही है?
कुछ तो है जिस की पर्दा-दारी है !

कुछ तो है जिस की पर्दा-दारी है !

अदानी विवाद-केंद्र सरकार की एजेंसियों को जाँच जरूर करनी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।
मप्र विस: चुनाव जीतने हर जतन पर जोर….

मप्र विस: चुनाव जीतने हर जतन पर जोर….

प्रदेश में 2023 के विधानसभा के आम चुनाव के लिए अब दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस चुनाव जीतने के हर जतन पर जोर दे रहे हैं।
यात्रा कांग्रेसियों, जनता से सफल न कि सिविल सोसायटी से

यात्रा कांग्रेसियों, जनता से सफल न कि सिविल सोसायटी से

यात्रा जनता ने सफल की है। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने की है। समर्पित कांग्रेसी नेताओं ने की है। किसी फ्राड सिविल सोसायटी ने नहीं।
मेथी कुछ बीमारियों में कारगर

मेथी कुछ बीमारियों में कारगर

मेथी, मोटापे और डॉयबिटीज के अलावा कई जानलेवा बीमारयों का रिस्क कम करती है जैसे कैंसर, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, इन्फ्लेमेशन, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज और इंफेक्शन।
अयोध्या में यह क्या हो रहा?

अयोध्या में यह क्या हो रहा?

उन शिलाओं को शालिग्राम बता कर उनका पूरे रास्ते पूजन करवाया गया। पर अयोध्या पहुँचने पर अयोध्या का संत समाज इसके विरुद्ध खड़ा हो गया है।
संत रविदास वैदिक धर्म पर अडिग थे

संत रविदास वैदिक धर्म पर अडिग थे

महान संत रविदास को रामदास, गुरु रविदास, संत रविदास, रैदास के नाम से भी जाना जाता है।
संदेश मिला और सवाल उठेः अब जवाब चाहिए

संदेश मिला और सवाल उठेः अब जवाब चाहिए

कन्याकुमारी से कश्मीर तक जिस तरह लोगों का स्वतःस्फूर्त जुड़ाव इस यात्रा से बना, उससे यह साफ संकेत मिला कि देश को जिस दिशा में ले जाया गया है
क्या है चीन की भारत नीति?

क्या है चीन की भारत नीति?

साम्राज्यवादी चीन का अंतिम लक्ष्य अगले कुछ दशकों में प्रमुख प्रतिद्वंदी— अमेरिका से दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र होने का ताज छीनना है।
’चश्मदीद का बहीखाता’ पन्ने-दर-पन्ने

’चश्मदीद का बहीखाता’ पन्ने-दर-पन्ने

जितनी वज़नदार आपकी दुआएं होंगी, ‘चश्मदीद का बहीखाता’ उतनी जल्दी आपके हाथों में होगा।
लद्दाख में सब कुछ ठीक नहीं

लद्दाख में सब कुछ ठीक नहीं

प्रादेशिकी-विश्व पटल पर मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित, सोनम वांगचुक को नज़रबंद करना कहाँ तक उचित?
अब राहुल, प्रियंका अमेठी-रायबरेली जाएं, लोगों को जोड़े!

अब राहुल, प्रियंका अमेठी-रायबरेली जाएं, लोगों को जोड़े!

राहुल जो पूरी यात्रा में प्रेम का संदेश देते पहुंचे हैं यही उसका सारथा। नफरत, हिंसा खत्म हो। प्रेम भाईचारा, परस्पर विश्वास देश में वापस आए।
सिरासीता धाम ककड़ोलता

सिरासीता धाम ककड़ोलता

आदिवासी सरना धर्मावलंबियों का झारखण्ड के गुमला जिला के डुमरी प्रखण्ड के आकासी ग्राम अवस्थित इस धार्मिक स्थल सिरासिता नाले ककड़ोलता से हुई है।
डॉक्यूमेंट्री का खौफ या और कुछ….?

डॉक्यूमेंट्री का खौफ या और कुछ….?

बीबीसी द्वारा हाल ही में जारी की गई डॉक्यूमेंट्री का सवाल है मोदी सरकार ने तो उसके प्रसारित होते ही भारत में उस पर प्रतिबंध लगा दिया
शिव और कमल : सवालों को लेकर अखाड़ेबाजी

शिव और कमल : सवालों को लेकर अखाड़ेबाजी

नित नए रंग बदलती सूबे की सियासत में इन दिनों सवाल- जवाब फिजा में अलग ही रंगत घोल रहे हैं। करवट बदल रही सर्दी में मौसम अब गुलाबी हो...
बी.बी.सी. से नाहक नाराजगी!

बी.बी.सी. से नाहक नाराजगी!

एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा है।
मिस्र या भारत की धरोहर, कट्टरपंथ से नुक़सान

मिस्र या भारत की धरोहर, कट्टरपंथ से नुक़सान

आज से 3,500-4,500 साल पहले, क़ुतुब मीनार से भी ऊँची इमारतें, वो भी पत्थर पर बारीक नक्काशी करके, मिस्र के रेगिस्तान में बनाई गयीं
पहले से ही आत्महत्या के लक्षण

पहले से ही आत्महत्या के लक्षण

उपयोगी जानकारी-यदि किसी में ऐसे लक्षण दिखाई दें तो उसे अकेला न छोड़ें। उससे बातचीत से जाने-समझे।
शहीद दिवस का महत्व और अर्थ

शहीद दिवस का महत्व और अर्थ

भारत विश्व के उन पन्द्रह देशों में शामिल है, जहाँ प्रतिवर्ष अपने स्वाधीनता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए शहीद दिवस मनाया जाता है।
इस अर्थव्यवस्था का अब क्या औचित्य?

इस अर्थव्यवस्था का अब क्या औचित्य?

गैर-सरकारी संस्था ऑक्सफेम ने अपनी ताजा रिपोर्ट- सरवाइवल ऑफ द रिचेस्ट में जो बातें कहीं हैं, वे चौकाने वाली नहीं हैं।
भोंपू-पत्रकारिता का अमृत-दशक

भोंपू-पत्रकारिता का अमृत-दशक

भोंपू-पत्रकारिता के इस एक दशक ने हमें जो पाठ पढ़ाए हैं, उन की विलोम-यात्रा, अगर आरंभ भी हो गई तो, क्या अगले दो दशकों में भी अपनी मंज़िल हासिल...
संविधान के मूल ढाँचे की व्यर्थ बहस

संविधान के मूल ढाँचे की व्यर्थ बहस

किसी भवन के बनने और उपयोग के दशकों बाद उस की नींव में हेर-फेर कर परिवर्तित नींव को ‘मूल नींव’ कहना सीधे-सीधे गलतबयानी होगी।
राहुल बताए श्रीनगर में असली रोडमेप

राहुल बताए श्रीनगर में असली रोडमेप

हो गई यात्रा। अब इसके बाद क्या? यात्रा अपने आप में उद्देश्य नहीं थी।गांधी जी की दांडी यात्रा इसीलिए सफल थी कि उसका उद्देश्य स्पष्ट औरदृष्टव्य था।
मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार सोची-समझी राजनीति का हिस्सा…

मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार सोची-समझी राजनीति का हिस्सा…

विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री पेश कर यह खुलासा कर दिया कि यह डॉक्यूमेंट्री किसी बड़ी साजिश का छोटा सा हिस्सा है।
प्राचीन भारत में बालिकाओं की महत्ता

प्राचीन भारत में बालिकाओं की महत्ता

विभिन्न विदेशी आक्रमणों ने हमारी संस्कृति को इस तरह दूषित किया कि नारी समाज में अत्यंत पीछे होती चली गई।
जम्मू में कांग्रेस का बिगड़ा खेल, लाल सिंह का शामिल होना रूका!

जम्मू में कांग्रेस का बिगड़ा खेल, लाल सिंह का शामिल होना रूका!

राहुल गांधी के दोस्त उमर अबदुल्ला के दबाव में लाल सिंह को भारत-जोड़ो यात्रा में शामिल नही होने दिया गया।
अब वृंदावन में कॉरिडोर का बवाल

अब वृंदावन में कॉरिडोर का बवाल

आंदोलनकारी गोस्वामियों ने घोषणा की है कि वे ठाकुर बाँके बिहारी के विग्रह को यहाँ से उठा कर ले जाएँगे
डॉयलिसिस के दौरान क्या खायें,क्या नहीं?

डॉयलिसिस के दौरान क्या खायें,क्या नहीं?

किडनी खराब होने पर ज्यादातर की भूख मर जाती है। अगर थोड़ी-बहुत बचती है तो डॉक्टर खुराक इतनी सीमित कर देते हैं कि खाने को कुछ खास नहीं रहता।
अद्भुतदेशभक्त नेताजी सुभाष चंद्र बोस

अद्भुतदेशभक्त नेताजी सुभाष चंद्र बोस

नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारतीय इतिहास के ऐसे व्यक्तित्व हैं, जो प्रकृति से साधु, ईश्वरभक्त तथा तन एवं मन से एमहान देशभक्त थे।
खम्मम के शिगूफ़े का पेच-ओ-ख़म

खम्मम के शिगूफ़े का पेच-ओ-ख़म

सकल-विपक्ष की घालमपेल ही नरेंद्र भाई की आस का तिनका है। विपक्ष जितना बिखरेगा, उतना ही वे निखरेंगे।
आज की राजनीति: ‘लोकतंत्र’ से ‘लोक’ का ‘लोप’ सत्ता का उदय…?

आज की राजनीति: ‘लोकतंत्र’ से ‘लोक’ का ‘लोप’ सत्ता का उदय…?

आज गंभीर चिंतन का समय है क्या आज का यह दिन देखने के लिए हमने अंग्रेजों को भगाकर आजादी हासिल की थी?
विश्वास को परखेंगी विकास यात्राएं….

विश्वास को परखेंगी विकास यात्राएं….

5 फरवरी से 20 फरवरी तक प्रदेश में विकास यात्राएं निकाली जाएंगी
चंद्रशेखर मजे में,  नुपूर खतरे में – क्यों?

चंद्रशेखर मजे में, नुपूर खतरे में – क्यों?

स्वतंत्र भारत में यह आम दृश्य है कि हिन्दू धर्म, जाति, आदि पर कितने भी घटिया और गलत भाषण भी क्यों न दिए जाएं, उस पर सभी उच्च निकाय...