Wednesday

16-07-2025 Vol 19
मोदी युग के अंत की हुई शुरुआत

मोदी युग के अंत की हुई शुरुआत

मोदी पर अब तक दांव लगाने वाले धनी-मानी तबके अब इस सवाल पर सोचने पर मजबूर होंगे कि क्या एकमात्र उसी चेहरे पर दांव लगाए रखना बुद्धिमानी होगी
मोदी-योगी का भौकाल टूटा, राहुल-अखिलेश का जलवा बना

मोदी-योगी का भौकाल टूटा, राहुल-अखिलेश का जलवा बना

जनता ने मोदी और योगी दोनों का अहंकार तोड़ दिया। बता दिया कि वोटकाम करने से मिलते हैं। बातों से नहीं। बुलडोजर लोगों का दिल नहीं जीत सकता।
पाकिस्तान में हिंदू विरासत कैसे बचे?

पाकिस्तान में हिंदू विरासत कैसे बचे?

यों तो पश्चिमी पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी आज बढ़ कर 2.1 प्रतिशत हो गई है, जो आज़ादी के समय पाकिस्तान में 1.6 प्रतिशत थी।
चुनाव 2024 में दिखी आम दुर्दशा की हकीकत

चुनाव 2024 में दिखी आम दुर्दशा की हकीकत

आम मतदाता अपनी बढ़ती जा रही दुर्दशा से भलिभांति परिचित हैँ। सवाल यह है कि क्या वोट डालते वक्त उनका निर्णय इस दुर्दशा से प्रभावित हुआ है?
मोदी की तपस्या, फल देंगे मतदाता

मोदी की तपस्या, फल देंगे मतदाता

चार जून को एक बार फिर बड़े बहुमत से श्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनने जा रही है। उनकी तीसरी पारी शुरू होने वाली है।
‘ध्यान’ की पंचवर्षीय योजना का उपसंहार

‘ध्यान’ की पंचवर्षीय योजना का उपसंहार

‘ध्यान’ अगर ‘ध्यान’ है तो उसे मतदान के अंतिम चरण की पूर्व संध्या से शुरू कर मतदान ख़त्म होने पर ख़त्म करना ही क्यों ज़रूरी है?
सत्य बनाम सेंसर

सत्य बनाम सेंसर

ऐसे ह्वाट्सएप ग्रुप के 'संगठन' बनाकर संघ-परिवार ने अपना चाहे जो स्वार्थ साधा हो, पर उसका यह काम समाज की भारी बौद्धिक-नैतिक हानि कर रहा है।
वोटों की गिनती पारदर्शिता से जरूरी

वोटों की गिनती पारदर्शिता से जरूरी

मतगणना-कपिल सिब्बल द्वारा जारी मतगणना के वक्त की चेकलिस्ट को सभी पार्टियों को गंभीरता से लेना चाहिए।
कश्मीर घाटी में वर्षों बाद बैखोफ मतदान

कश्मीर घाटी में वर्षों बाद बैखोफ मतदान

कश्मीर घाटी ने कई वर्षों बाद दिल खोल कर और पूरी आज़ादी के साथ मतदान किया।
मीडिया इतना कभी नहीं गिरा !

मीडिया इतना कभी नहीं गिरा !

इन लोकसभा चुनावों में मीडिया जितना चर्चा में रहा उतना पहले कभी नहीं रहा। मीडिया खुद ज्यादा चर्चा में रहने के लिए नहीं होता।
आईआईटी डिग्री को भी रोजगार नहीं!

आईआईटी डिग्री को भी रोजगार नहीं!

बेरोजगारी- 10 वर्षों में बेरोज़गारी का आकार लगातार बढा है। आज 45 वर्षों कीअवधि की सबसे अधिक बेरोज़गारी है।
शासक की जब ऐसी सोच तो भविष्य क्या?

शासक की जब ऐसी सोच तो भविष्य क्या?

मोदी के सामने यह आरोप भी रखा गया कि उनकी सरकार कुछ उद्योगपति घरानों के फायदे लिए काम करती है।
मोदी का हिंदू-मुस्लिम विमर्श बनवाया हुआ नहीं

मोदी का हिंदू-मुस्लिम विमर्श बनवाया हुआ नहीं

विपक्षी दलों का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘हिंदू-मुसलमान’ कर रहे है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 10 वर्ष के लंबे कार्यकाल में कभी भी जाति या मजहब के...
शहजादों को बचाने में जुटा विपक्ष

शहजादों को बचाने में जुटा विपक्ष

विपक्ष का पूरा फोकस अब इस बात पर हो गया है कि चार जून को होने वाली निश्चित हार का ठीकरा किसके ऊपर फोड़ा जाए।
अकेलापन तो जानलेवा बीमारियां

अकेलापन तो जानलेवा बीमारियां

ऐसे लोगों के लिये जरूरी है कि वे डॉक्टर की सलाह लें और जितनी जल्द हो सके अकेलेपन की नकारात्मकता से बाहर निकलें।
‘मोशा’- झोले से झांकता ग़लतियों का ज़ख़ीरा

‘मोशा’- झोले से झांकता ग़लतियों का ज़ख़ीरा

मोशा-क्लब से यह महा-भूल हो गई कि उस ने पिछली बार जीते अपने कुल 124 सांसदों को बड़े बेआबरू हो कर बाहर जाने पर मजबूर किया।
अमीरों के बिगड़े रईसजादे!

अमीरों के बिगड़े रईसजादे!

समाज- यह ऐसा उदाहरण हैं जिससे पता चलता है कि हमारे‘सभ्य और कुलीन’ समाज की मनोदशा कैसी है।
यदि आम (आदमी) कच्चा है तो चटनी चाटों, अगर पका है तो उसे पूरी तरह चूसो..?

यदि आम (आदमी) कच्चा है तो चटनी चाटों, अगर पका है तो उसे पूरी तरह चूसो..?

क्या उनके दिल-दिमाग में राष्ट्रभक्ति का चिराग प्रज्वलित किया? क्या उन्हें हमारी आजादी के इतिहास व स्वतंत्रता संग्राम व उनके सैनानियों के बारे में बताया?
वादा करने के समय दावों की हुंकार

वादा करने के समय दावों की हुंकार

4 जून को मतगणना होने के बाद स्पष्ट हो पाएगा किस दल के इरादों को पूरा करने के लिए उसके वादों पर भरोसा करके जनता ने किसके जीत के...
जम्मू-कश्मीर की राजनीति में इल्तिजा मुफ्ती

जम्मू-कश्मीर की राजनीति में इल्तिजा मुफ्ती

इल्तिजा मुफ्ती लगातार चुनावी सभाओं को संबोधित कर रही हैं और लोग बड़ी संख्या में उन्हें सुनने पहुंच रहे हैं।
संगठन की कसावट और काउंटिंग पर कांग्रेस का फोकस

संगठन की कसावट और काउंटिंग पर कांग्रेस का फोकस

स्थानीय स्तर पर गुटबाजी से ऊपर संगठन महामंत्री कम करें इसके लिए जिले के बाहर की ऐसे व्यक्ति की नियुक्ति की जाएगी जो व्यक्ति की बजाय पार्टी को सर्व...
मोदीजी मुसलमान छोड़ो! हिन्दू भाईयों का तो भला करो !

मोदीजी मुसलमान छोड़ो! हिन्दू भाईयों का तो भला करो !

मोदी जी मुसलमानों से आपको क्या चाहिए बता दो! मगर हिन्दू भाईयों को तो परेशान करना बंद करो।
2004 और 2024:  सात समानताएं

2004 और 2024: सात समानताएं

कांग्रेस नेता का मजाक उड़ाना तब भी था कि 'जब तक सोनिया नेता है, भाजपा की मौज है' क्योंकि वह बेचारी विकल्प दे ही कैसे सकती है!
लापता लेडीज़ः सत्य और सबक!

लापता लेडीज़ः सत्य और सबक!

एक नई फ़िल्म आई है ‘लापता लेडीज़’ जो काफ़ी चर्चा में है। मध्य प्रदेश की ग्रामीण पृष्ठभूमि में बनाई गई यह फ़िल्म महिलाओं के लिए बहुत उपयोगी है।
चुनाव में कुछ तो अलग!

चुनाव में कुछ तो अलग!

आम चुनाव 2024-माहौल देख चुनावजीवी मोदीजी अपने असली रूप में हैं। एक जगह कहे को दूसरी जगह भूलते हैं।
मोदी की ताकत की धारणाएं सच से उलट

मोदी की ताकत की धारणाएं सच से उलट

पिछले लगभग दस साल से यह कथानक देश के अंदर प्रचलित है कि नरेंद्र मोदी के शासनकाल में भारत की इज्जत बढ़ी है और मोदी ने अपनी हैसियत एक...
मांड (राइस वाटर) से निखारे खूबसूरती!

मांड (राइस वाटर) से निखारे खूबसूरती!

सन् 2013 में हुए एक शोध के मुताबिक फरमेन्ट्ड राइस वाटर में कमाल के एंटी-एजिंग गुण होते हैं। ये त्वचा में कोलेजन बढ़ाता है जिससे झुर्रियां दूर होती हैं।
केजरीवाल की विश्वसनीयता नहीं बची

केजरीवाल की विश्वसनीयता नहीं बची

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी विश्वसनीयता और विशिष्टता दोनों पूरी तरह से गंवा चुके हैं और अब उनकी लोकप्रियता की बारी है, जिसमें बड़ी तेजी से गिरावट आ...
गुलाम कश्मीर और पाकिस्तान का सच

गुलाम कश्मीर और पाकिस्तान का सच

हाल में कश्मीर से दो खबरें आई। लोकसभा चुनाव के दौरान श्रीनगर में ढाई दशक में पहली बार सर्वाधिक— 38 प्रतिशत मतदान हुआ है।
अकिंचनों की धरती पर परमात्मा का दूत

अकिंचनों की धरती पर परमात्मा का दूत

सब से ज़्यादा प्रभावित मुझे नरेंद्र भाई के उस इंटरव्यू ने किया, जो उन्होंने वराणसी के नमो घाट के सामने गंगा मैया की गोद में खड़े क्रूज़ पर चढ़...
चुनाव लोकसभा का रिपोर्ट कार्ड विधायक मंत्रियों का

चुनाव लोकसभा का रिपोर्ट कार्ड विधायक मंत्रियों का

प्रदेश में सभी 29 सीटों पर लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब नेताओं, विधायक और मंत्री मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है
बार-बार गोल पोस्ट बदलना, कश्मीर को भी ले आना!

बार-बार गोल पोस्ट बदलना, कश्मीर को भी ले आना!

इसलिए चुनाव के आखिरी दौर में अब कश्मीर को लाना मोदी जी को शायद ही कोई फायदा पहुंचाए। चार दौर के चुनाव में करीब करीब फैसला हो चुका है।
दावों-प्रतिदावों के बीच मतदान…!

दावों-प्रतिदावों के बीच मतदान…!

इन दिनों देश पूरी तरह चुनावी रंग में रंगा हुआ है, देश की आधी लोकसभा सीटों के लिए चुनाव निपट चुका है और अगले तीन सप्ताह में शेष सीटों...
हिन्दू विवाह में रीति-रिवाज पालना जरूरी!

हिन्दू विवाह में रीति-रिवाज पालना जरूरी!

सर्वोच्च न्यायालय ने भी इस पर सहमति व्यक्त की है कि मंत्रोचारण के साथ अग्नि के सात फेरों के बिना हिन्दू विवाह वैध नहीं है।
प्रदेश में लोकसभा चुनाव संपन्न

प्रदेश में लोकसभा चुनाव संपन्न

सोमवार को आठ लोकसभा क्षेत्र में चुनाव संपन्न होने के साथ ही प्रदेश की सभी 29 सीटों पर लोकसभा के चुनाव हो चुके हैं
प्रदेश में आखिरी चरण का रण आज

प्रदेश में आखिरी चरण का रण आज

देश में भले ही 1 जून तक लोकसभा चुनाव का आखिरी चरण संपन्न होगा लेकिन प्रदेश में आज चौथा चरण आखिरी चरण है।
मप्र में मतदाता को पीले चावल और मक्खन लगाने का दौर…

मप्र में मतदाता को पीले चावल और मक्खन लगाने का दौर…

13 मई के बाद सूबे के कुछ नेता व कार्यकर्ताओं को अन्य राज्यों में जहां मतदान होना है वहां भेजने का सिलसिला तेजी पकड़ सकता है।
भारत में बौद्धिक पिछड़ेपन की नायाब मिसाल!

भारत में बौद्धिक पिछड़ेपन की नायाब मिसाल!

भारत में अगर कभी विषमता का सवाल सुर्खियों में आता भी है, तो ऐसा फ्रांस स्थित इनइक्लिटी लैब या ऑक्सफेम जैसी संस्थाओं की रिपोर्टों से होता है।
ज्यादा गैस (उदरवायु) पास होना रोग तो नहीं?…

ज्यादा गैस (उदरवायु) पास होना रोग तो नहीं?…

दिन में कभी-कभार गैस पास होना सामान्य है, समस्या शुरू होती है जब दिन के बजाय हर घंटे कई बार गैस पास हो, वह भी बदबूदार।
कांग्रेस के खतरनाक इरादों का आईना

कांग्रेस के खतरनाक इरादों का आईना

लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस प्रवक्ताओं और नेताओं का एक नियमित काम अपने नेताओं के बयानों से पल्ला झाड़ने का हो गया है।
आखिरकार मौत एक झूठ की

आखिरकार मौत एक झूठ की

सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं— यह पंक्तियां हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला आत्महत्या मामले और इससे संबंधित नैरेटिव में उपयुक्त है।
निश्चिंत दिखते नरेंद्र भाई की बेचैनी

निश्चिंत दिखते नरेंद्र भाई की बेचैनी

ज़्यादा-से-ज़्यादा मतदान करने का आग्रह करते वक़्त उन्होंने ‘भारी’ शब्द को जिस अंदाज़ भारी बनाया, उस में थोड़े विचलन का भाव झलक रहा था। 
राष्ट्रवाद एक गंभीर खतरा है

राष्ट्रवाद एक गंभीर खतरा है

पृथ्वी पर नेशन का निर्माण तो सत्य के जोर से हुआ, लेकिन नेशनलिज्म सत्य नहीं है।
मोदी मोदी नहीं क्योंकि नौकरी, नौकरी

मोदी मोदी नहीं क्योंकि नौकरी, नौकरी

। बेरोजगारी, काम नहीं, जेब खाली। यही असल मसला है। ...महंगाई इसीलिए दूसरे नंबर पर है। जेब में पैसा ही नहीं है तो क्या महंगा क्या सस्ता।
मेरी अपील : प्रजातंत्र के महायज्ञ में अपनी आहूति अवश्य डालें….!

मेरी अपील : प्रजातंत्र के महायज्ञ में अपनी आहूति अवश्य डालें….!

ऐसी घड़ियां वास्तव में कभी-कभी ही उपस्थित होती है और यही मतदाता की बुद्धिमत्ता के परिचय का वक्त होती है।
तीसरे चरण की 9 सीटों पर निगाहें

तीसरे चरण की 9 सीटों पर निगाहें

आज ईवीएम में बंद होगा कहीं चेहरे कहीं राष्ट्रीय मुद्दे तो कहीं जातीय समीकरण हार जीत का समीकरण गड़बड़ा सकते हैं।
दुबई में बाढ़ ‘क्लाउड सीडिंग’ नहीं

दुबई में बाढ़ ‘क्लाउड सीडिंग’ नहीं

पर्यावरण- आर्थिक लाभ के लिए सरकारें और उद्योगपति कुछ भी करेंगे। यही बात ‘क्लाउड सीडिंग’ पर लागू है।
संघ परिवार: क्षुद्र मानसिकता का प्रसार

संघ परिवार: क्षुद्र मानसिकता का प्रसार

हिन्दी फिल्म उद्योग पर कोलतार पोतना संघ-परिवार की फूहड़ 'नरेटिव' योजना का ही ट्रेडमार्क नमूना है।