भारत की ‘लक्ष्मण रेखाएं’
विदेश मंत्री से सिर्फ यह अपेक्षा नहीं होती कि वे दुनिया में उभरी नई प्रवृत्तियों और नई तकनीकों से आ रही चुनौतियों की व्याख्या भर करें। उनसे उम्मीद इन बदले हालात में देश की नई भूमिका पर प्रकाश डालने की होती है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने साफ कह दिया है कि द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर भारत और अमेरिका फिलहाल समान धरातल पर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है, इसलिए भारत को उसके साथ कारोबार की शर्तों पर सहमति तो बनानी ही होगी, मगर यह भी जोड़ा कि अमेरिका को भारत की ‘लक्ष्मण...