Wednesday

30-07-2025 Vol 19

Columnist

ग़ज़ब के हैं पौराणिक शिव

ग़ज़ब के हैं पौराणिक शिव

शिव अनादि हैं — जब कुछ नहीं था, तब भी शिव थे; जब कुछ नहीं रहेगा, तब भी शिव होंगे।
भारत का पासपोर्ट, सीधी यात्रा सुविधा बढ़ी

भारत का पासपोर्ट, सीधी यात्रा सुविधा बढ़ी

अब हमारे नागरिक 59 देशों में बिना पहले से वीज़ा लिए यात्रा कर सकते हैं। पिछले वर्ष यह संख्या 57 थी।
पाकिस्तान को नहीं मिलेगा सिंधू नदी का पानी

पाकिस्तान को नहीं मिलेगा सिंधू नदी का पानी

स्वतंत्रता के बाद भारत ने कई ऐसी गलतियां की, जिनपर “लम्हों ने खता की थी सदियों ने सजा पाई” मिसरा बिल्कुल सटीक बैठता है।
पिट रहे हैं हकीकत से बेखबर ट्रंप के कार्ड

पिट रहे हैं हकीकत से बेखबर ट्रंप के कार्ड

एक दशक से अधिक समय से अमेरिका की विदेश एवं सामरिक नीतियों का मकसद चीन को घेरना और कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में हुए इस देश के अभूतपूर्व उदय...
राष्ट्रीय सुरक्षा पर रचनात्मक चर्चा जरुरी

राष्ट्रीय सुरक्षा पर रचनात्मक चर्चा जरुरी

संसद के मानसून सत्र के दूसरे हफ्ते के पहले दिन यानी सोमवार, 28 जुलाई को लोकसभा में और उसके अगले दिन राज्यसभा में पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर...
कहाँ हैं पदक विजेता खिलाड़ी?

कहाँ हैं पदक विजेता खिलाड़ी?

आज और अभी से सुधार अभियान शुरू किया गया तो दिल्ली देश की खेल राजधानी बन सकती है, जिसका श्रेय आपके सुशासन को जाएगा।
दास्तान-ए मोहब्बत:  ‘सैयारा’

दास्तान-ए मोहब्बत: ‘सैयारा’

आज के सिने-सोहबत में ताज़ातरीन फ़िल्म 'सैयारा' जिसकी वजह से देश भर के सिनेमाघरों में दर्शकों का सैलाब उमड़ पड़ा है।
इतिहास के कूड़ेदान में या कूड़ेदान के इतिहास में

इतिहास के कूड़ेदान में या कूड़ेदान के इतिहास में

मैं भी जगदीप धनखड़ को 39 साल से जानता हूं। जब वे देवीलाल-चंद्रशेखर को छोड़ कर राजीव गांधी के साथ आए थे तो उन की सियासी-बुनकर प्रतिभा का मैं...
शिव के सृजक-संहारक रूप

शिव के सृजक-संहारक रूप

पौराणिक मान्यता के अनुसार, ब्रह्मा, विष्णु और महेश—इन त्रिदेवों की संपूर्ण सृष्टि के संचालन में अपनी-अपनी भूमिका है।
वेदों, उपनिषदों में शिव निराकार ब्रह्म के रूप

वेदों, उपनिषदों में शिव निराकार ब्रह्म के रूप

वही शिव है — जिसे जानकर शांति मिलती है। जिसे नमन करके कल्याण सुनिश्चित होता है।
बेरोज़गारी का संकट विस्फोटक हो रहा

बेरोज़गारी का संकट विस्फोटक हो रहा

आज हालात यह हैं कि जब किसी सरकारी पद के लिए भर्ती निकाली जाती है, तो चाहे वह चपरासी का पद हो या क्लर्क का, लाखों की संख्या में...
झूठी कहानियों का सहारा कब तक?

झूठी कहानियों का सहारा कब तक?

हर गंभीर अध्ययन भारत में बढ़ती आर्थिक गैर-बराबरी में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के निष्कर्ष पर पहुंचा है, तो विश्व बैंक बिल्कुल उसके बिल्कुल उलट कहानी कैसे बता सकता है!
मानसून सत्र में क्या विपक्ष जिम्मेदार दिखेगा?

मानसून सत्र में क्या विपक्ष जिम्मेदार दिखेगा?

इस बार संसद का मानसून सत्र कई कारणों से विशेष रहने वाला है।
उम्र की धोखाधड़ी का आधार ‘कार्ड’?

उम्र की धोखाधड़ी का आधार ‘कार्ड’?

पिछले कुछ सालों से देश में खाने पीने की वस्तुओं, अनाज, दूध, घी, तेल आदि- आदि में मिलावट और हेरा फेरी क़े आरोप आम हो गए हैं।
मानवीय करुणा और विडंबना का चित्रकार

मानवीय करुणा और विडंबना का चित्रकार

कृष्ण खन्ना ने अपनी कला को इवेंट नहीं बनाया, तमाशा नहीं बनाया। कृष्ण खन्ना बनावटी आधुनिकता के आवरण में लिपटे चित्रकार नहीं थे और यह बात उनके बॉडी लैंग्वेज...
इंग्लिश समर में भारतीय उत्सव

इंग्लिश समर में भारतीय उत्सव

अपने यहां भी वर्षा ऋतु, यानी मानसून का उत्सव चल रहा है। खुशनुमा मौसम में चारों ओर अच्छी बारिश हो रही है।
बराबरी वाला प्यारः ‘आप जैसा कोई’

बराबरी वाला प्यारः ‘आप जैसा कोई’

इस फिल्म में फातिमा सना शेख और माधवन की जोड़ी पहली बार स्‍क्रीन पर साथ आई है। दोनों ही मंझे हुए कलाकार हैं।
भागवत-कृपा से बीते न बिताएं रतियां

भागवत-कृपा से बीते न बिताएं रतियां

वे ख़ुद नरेंद्र भाई से छह दिन पहले 75 साल के हो जाएंगे और फिर भी प्रधानमंत्री को तीलीलीली करने से बाज़ नहीं आ रहे
ब्रांडेड और जेनेरिक दवाओं में फंसा आम आदमी

ब्रांडेड और जेनेरिक दवाओं में फंसा आम आदमी

ब्रांडेड और जेनेरिक दवाओं के बीच का अंतर केवल नाम और कीमत का है, प्रभावशीलता का नहीं।
हमारे दतिया के एक पब्लिक इंटलेक्चुअल

हमारे दतिया के एक पब्लिक इंटलेक्चुअल

मध्य प्रदेश की ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी दतिया में डॉ. केबीएल पांडेय के जाने से ऐसा ही हुआ।
सड़कों पर चलने वाले आन्दोलन ही सफल होते हैं

सड़कों पर चलने वाले आन्दोलन ही सफल होते हैं

9 जुलाई को सभी प्रमुख ट्रेड संगठनों ने सम्मिलित तौर पर बीजेपी सरकार की जन-विरोधी नीतियों के विरुद्ध राष्ट्रव्यापी हड़ताल और धरण प्रदर्शन का आयोजन किया था|
बौद्धिक स्वतंत्रता के दुश्मन

बौद्धिक स्वतंत्रता के दुश्मन

आज सोवियत संघ की प्रशंसा करने वाले लगभग सभी विवरणों में खुले या छिपे यही चीज है - वह वस्तुत: अपने ही विनाश की माँग कर रहा है।
श्रावण में मंगला गौरी व्रत का महत्व

श्रावण में मंगला गौरी व्रत का महत्व

पौराणिक मान्यतानुसार भगवान शिव-पार्वती को श्रावण माह अति प्रिय है। श्रावण मास का प्रत्येक सोमवार भगवान शिव को समर्पित है, तो इसका अगला दिन मंगलवार शिवपत्नी सती अथवा पार्वती...
निकोबार द्वीप का पर्यावरण न बिगाड़े

निकोबार द्वीप का पर्यावरण न बिगाड़े

ग्रेट निकोबार द्वीप भारत की प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है।
चीन को खतरा है तिब्बतियों की सांस्कृतिक जीवटता  से

चीन को खतरा है तिब्बतियों की सांस्कृतिक जीवटता से

तमाम दिक्कतों (मजहबी सहित) के बाद भी इजराइल का जन्म और शत्रुओं से घिरे क्षेत्र में सम्मानपूर्वक जीवित रहना— इसका उदाहरण है।
भारत-चीन संबंध और ‘तिब्बत कार्ड’

भारत-चीन संबंध और ‘तिब्बत कार्ड’

ताजा प्रकरण ने भारत- चीन संबंध में तिब्बत के पहलू को फिर से जिंदा कर दिया है।
मतदाता सूची की शुद्धता सबसे अहम

मतदाता सूची की शुद्धता सबसे अहम

किसी भी सशक्त लोकतंत्र के लिए मतदाता सूची की शुद्धता सबसे पहली शर्त होती है। भारत का चुनाव आयोग इस प्राथमिक शर्त को पूरा करने के लिए बिहार में...
बेमुरव्वत निर्ममता को छू रही पक्षधरता

बेमुरव्वत निर्ममता को छू रही पक्षधरता

पत्रकारिता के दो अलग-अलग कंगूरे हैं। एक है, जिस ने अपनी दीवार पर ‘मुख्यधारा-मीडिया’ का बोर्ड  अपने आप टांग कर ख़ुद को हम पर थोप दिया है।
कर ले ख़ुद से मोहब्बतः ‘मेट्रो… इन दिनों’

कर ले ख़ुद से मोहब्बतः ‘मेट्रो… इन दिनों’

इस फिल्म की एक ख़ूबसूरत बात ये है कि इसमें हर एज ग्रुप और हर दौर की लव स्टोरी है और वो भी बेहद ही रियल और थॉट प्रोवोकिंग...
भारत में पुराने वाहनों का मसला अलग है!

भारत में पुराने वाहनों का मसला अलग है!

दिल्ली, भारत की राजधानी, जो अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक समृद्धि के साथ-साथ वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या के लिए भी जानी जाती है, एक बार फिर चर्चा में है।
सत्ता अपनी भाषा कब सुधारेगी?

सत्ता अपनी भाषा कब सुधारेगी?

भाषा के सदाचार से ही समाज में सदविचार और सद्भावना कायम होती हैं।
गुरु की महिमा और गुरु पूर्णिमा

गुरु की महिमा और गुरु पूर्णिमा

भारतीय सभ्यता- संस्कृति, धर्म- दर्शन, श्रुति- वांग्मय में गुरु को ब्रह्म से भी ऊंचा स्थान व  अधिक महत्व प्रदान किया गया है।
पक्षियों पर बढ़ता संकट

पक्षियों पर बढ़ता संकट

बड़े पंखों वाले पक्षियों, बड़े शरीर वाले पक्षियों और सागर तटीय पक्षियों के अस्तित्व समाप्त होने का खतरा सामान्य पक्षियों की तुलना में अधिक है|
झारखण्ड का अनोखा जंगली मशरूम पुटू

झारखण्ड का अनोखा जंगली मशरूम पुटू

खाने के लिए उपयोग में लाया जाने वाला यह मशरूम अपने अनोखे स्वाद और पोषक तत्वों के लिए लोकप्रिय हैं।
फिजूल का भाषा विवाद

फिजूल का भाषा विवाद

भाषा संवाद के लिए होती है, झगड़े उपद्रव के लिए नहीं। झगड़े उपद्रव के लिए लट्ठबाजी, गोलीबारी होती है।
प्राकृतिक आपदाएं में मौत,  विरोधाभासी आँकड़े

प्राकृतिक आपदाएं में मौत, विरोधाभासी आँकड़े

मोदी सरकार में और कुछ तय हो या ना हो, मौत के आँकड़े कभी सटीक नहीं मिल सकते हैं| केंद्र सरकार के ही अलग-अलग मंत्रालय एक ही विषय पर...
हिंदी का विरोध अब व्यर्थ है

हिंदी का विरोध अब व्यर्थ है

यह एक विचित्र पहेली है कि हिंदी पढ़ने से स्वयं की पहचान खतरे में पड़ जाती है, लेकिन अंग्रेजी का अध्ययन करते समय ऐसी कोई चिंता नहीं सताती।
चीन के लिए ब्रिक्स+ की अब अहमियत नहीं?

चीन के लिए ब्रिक्स+ की अब अहमियत नहीं?

क्या चीन ने अपनी विश्व रणनीति में ब्रिक्स+ समूह की भूमिका का पुनर्मूल्यांकन किया है
श्यामा प्रसाद मुखर्जीः एक महान व्यक्तित्व

श्यामा प्रसाद मुखर्जीः एक महान व्यक्तित्व

आज भारत माता के महान सपूत डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जन्म जयंती है। 124 साल पहले 1901 में छह जुलाई को उनका जन्म हुआ था। अगले साल उनकी...
इमरजेंसी के हल्ले से क्या सधेगा?

इमरजेंसी के हल्ले से क्या सधेगा?

आज जब दुनिया की सर्वसत्ताएं शांति की स्थापना के लिए ही युद्ध करने पर उतारूं हो रहीं हों तो इतिहास के दृष्टिकोण से भारत के लोकतंत्र का भविष्य कैसे...
‘पंचायत 4’ : लौकी जैसी सादगी

‘पंचायत 4’ : लौकी जैसी सादगी

मिलाजुला कर देखें तो वेब सीरीज़ 'पंचायत' में गांव फुलेरा की दुनिया आज के बच्चों के मन और मस्तिष्क में उसी इमोशनल मरहम का काम कर सकती है
नरेंद्र भाई की संजीवनी हैं राहुल?

नरेंद्र भाई की संजीवनी हैं राहुल?

मेरी सियासी दानिशवरी मुझे इस का ठीक उलट दृश्य दिखाती है। मैं मानता हूं कि राहुल आज के प्रतिपक्ष की सब से बड़ी ताक़त हैं।
भाषा पर सत्ता की भाषा स्पष्ट नहीं

भाषा पर सत्ता की भाषा स्पष्ट नहीं

जब सत्ता के पास जनता को बताने लायक कोई मुद्दा नहीं होता है तब कभी भाषा का, कभी पहनावे का, कभी रंगों का और कभी धर्म का मुद्दा खड़ा...
पुलिस स्टेशनों में सड़ते वाहनों की समस्या

पुलिस स्टेशनों में सड़ते वाहनों की समस्या

भारत में अपराधों की जांच और न्यायिक प्रक्रिया में वाहन अक्सर महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में उपयोग किए जाते हैं।
फट गया है “ हिंदी, हिंदू, हिंदुस्तान” की नारेबाजी का गुब्बारा!“

फट गया है “ हिंदी, हिंदू, हिंदुस्तान” की नारेबाजी का गुब्बारा!“

झूठे नारों का गुब्बारा फटना था। बहुत ज्यादा हवा भर दी। कांग्रेस पीओके नहीं ले पाई हम ले लेंगे। सेना को खुली छूट नहीं देते थे हम देंगे।
अत्यंत सम्मानित थे प्राचीन भारत के चिकित्सक

अत्यंत सम्मानित थे प्राचीन भारत के चिकित्सक

चिकित्सकों की महत्ता, उपयोगिता और सेवाओं को रेखांकित करते हुए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है।
अंतरिक्ष यात्रा है सपनों की जमीन!

अंतरिक्ष यात्रा है सपनों की जमीन!

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा एक ऐसा अनुभव है जो सामान्य मानवीय अनुभवों से परे है।
एक ही मानसिकता के पाकिस्तान और ईरान

एक ही मानसिकता के पाकिस्तान और ईरान

आखिरकार इजराइल-ईरान के बीच युद्धविराम हो गया। पर यह कितने दिन टिकेगा, इस पर संदेह है।